Friday, 26 October 2018

Cassia fistula

अमलतास

Catharanthus roseus

Rojiya,सदाबहार

Calotropis procera

मदार,अकोना

Hibiscus rosa-sinensis

गुड़हल

Hibiscus rosa-sinensis

गुड़हल

पोलीसाईफोनिया

पोलीसाईफोनिया

Mucor

मयूकर

Yeast

यीसट

Puccinia

पकसीनिया

Peziza

पेजाइजा

Compound microscope

Compound microscope

Dissecting microscope

Dissecting microscope

Ultrastructure of Bacteria cell

Ultrastructure of Bacteria cell

The structure of Volvox

The structure of Volvox

Polytricome

Polytricome

Chara

कारा

Vaucheria

वाऊचेरिया

Friday, 19 October 2018

"मेरी डायरी से"

https://manojpoosam.blogspot.com/2018/10/blog-post_18.html?m=1

                           पहला परेड 
                                                                                              आज दिनांक 06/11/2011, मुझे आज का दिन बहुत अच्छा लगा क्योंकि यह दिन मेरे लिए बहुत ही आनंदमय दिन था,चूंकि मेरा इच्छा थी कि में Ncc में join हो जाऊं और मे join हो गया, Ncc परेड ग्राउंड में परेड गाना हम सभी कैडेट  " हम सब भारतीय हैं, हम सब भारतीय हैं " मिल कर गाये, इसके कुछ समय बाद हमारे सीनियर सर ने हमें कमांड देते हुए हमें पहली ही बार में हमें ड्रील करना सीखा दिया। अब हम मैदान में दौड़ने लगे, दौड़ का वह दृश्य भी हमारे Ncc टीम में देखने लायक थी।
हमारे सीनियरो के ड्रील कराने के बाद हमारे उस्ताद भी हमें ड्रील सिखाने का प्रयास किया, हमें भी यह करने में बहुत आनंद आ रहा था,क्योंकि यह हमारे शरीर के लिए एक व्यायाम की तरह ही था। 
                इसके बाद हमें उस्ताद ने Ncc के बारे में बहुत कुछ जानकारी दी, उन्होंने ने बताया कि Ncc की स्थापना 1948 में हुई है ये हमें बताया तथा मैदान के ही स्टेडियम में हम सभी Ncc कैडेट बैठ कर सर के लेक्चर को सुनते हुए मैदान में हो रहे किरकेट फाइनल मैच का मजा भी ले रहे थे।  यह हमें अत्यन्त ही रोमांच पैदा करने वाला था, उस्ताद के लेक्चर के बाद Ncc नेशनल केडिट कोर् के गीत के साथ ही परेड की समाप्ति हुई, तथा प्रत्येक Ncc कैडेट को नाश्ता का वितरण किया गया, यह तो और मजे की स्थिति में  था, इतने लोगों के साथ बैठ कर नाश्ता या खाना-खा लेना अत्यंत ही आनंदमय था। हमें एक दूसरे के साथ मिल-जुल कर नाश्ते का आनंद उठाया,
नाश्ते के बाद हम अब हाँसटल आ गये। फिर हम सब हम छात्रावासी छात्र मिलकर बड़ी धूमधाम से एकादशी (छोटी दीपावली) मनाइए, यह मुझे अत्यंत ही रोचक लग रहा था, हम सभी चारों ओर से हाँसटल को केनडल से दीपक से सजा दिये थे, यह दृश्य तो देखते ही बनता था। आज हम बहुत खुश लग रहे थे, रात को पूजा के बाद हम सभी छात्रावासी खाना खाने के लिए मैस हाल मैं अाकर हम सभी सब्जि-पुरी, हलवा, रोटी, चावल, मिठाई आदि तरह-तरह के मिसठानो का रसास्वादन हमें हमारे सीनियरो ने अपने हाथों से कराया, तथा हम भी यह कार्य जूनियरो को कराया इस प्रकार हम उन्हें अपने हाथों से खाना खिलाया, खाना खाने के बाद हम उन्हें फटाखे -फुलझड़ी, बम, राकेट आदि आतिशबाजी की ये आतिशबाजी भी देखने लायक था, यह दृश्य भी में कभी नहीं भूल पाऊँगा क्योंकि मैं इतने लोगो के साथ दीपावली का परव मनाया यह मेंरे लिए रोमांचक था, और हर्षोल्लास से भरा था।

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ICFRE- Tropical Forest Research Institute (TFRI), Jabalpur

Tropical Forest Research Institute (TFRI), Jabalpur is one of the eight regional institutes under the Indian Council of Forestry Research ...

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