# Phrasal Verbs : Hindi Meaning
1. Call in : किसी को बुलवाना
2. Call off : समाप्त करना, वापस लेना
3. Call up : याद करना, टेलीफोन करना
4. Call for : माँग करना, आवशयकता होना
5. Call on : थोड़ी देर के लिए जाना या रुकना
6. Call out : बुलाना
7. Call at : किसी के घर या स्थान आदि पर थोड़ी देर के लिए जाना
8. Call back : वापस बुलाना
9. Call down : प्रार्थना करना
10. Care about : चिंतित होना
11. Care for : पसंद करना
12. Carry away : आपे से बाहर करना, उत्तेजित करना
13. Carry off : जीतना
14. Carry on : जारी रखना, चलना, निभाना
15. Carry out : आज्ञा का पालन करना
16. Cast aside : छोड़ देना, त्याग करना
17. Catch up with : आगे निकलना
18. Catch out : गेंद को लपककर आउट करना
19. Cheer up : ढांढस बँधाना, बढ़ावा देना
20. Cheer up : अधिक प्रसन्न होना या करना
21. Clear away : छँट जाना
22. Clear off : छुटकारा पाना
23. Clear out : प्रस्थान करना, चला जाना
24. Climb down : निचे की ओर आना, उतरना
25. Climb up : बढ़ना
26. Close down : स्थायी रूप से बंद करना
27. Close in on/upon : ढक देना
28. Close with : स्वीकार करना
29. Cloud over : अस्पष्ट करना, ढकना
30. Come about : होना
31. Come across : संयोग से मिलना
32. Come after : पीछा करना
33. Come along : जल्दी करना
34. Come at : पहुँचना, प्राप्त करना
35. Come at : हमला करना
36. Come away from : से अलग होना, जुदा होना
37. Come back : लौटना, वापस आना
38. Come between : सम्बन्ध में हस्तक्षेप करना
39. Come by : प्रयास से प्राप्त करना
40. Come down : उतरना, गिरना, नीचे आना
41. Come forward : अपने आपको प्रस्तुत करना
42. Come in : अन्दर आना
43. Come in for : हासिल करना
44. Come in on : भाग लेना
45. Come of : संतान होना, से आना
46. Come off : होना, हटाये जाने योग्य होना
47. Come off : से अलग होना
48. Come on : पीछे आना
49. Come out : बाहर निकलना, प्रकाशित होना
50. Come out with : कहना
51. Come over : दूर से आना
52. Come round : चक्कर काटकर आना
53. Come through : गंभीर बिमारी, घाव आदि से चंगा होना
54. Come to : होश में आना
55. Come under : के अधीन होना
56. Come up : प्रस्तुत होना, उठना
57. Come up with : सामना करना
58. Come up to : पहुँचना
59. Come upon : आक्रमण करना
60. Come down : शांत होना
61. Count on/upon : भरोसा करना
62. Crop with : बोना
63. Crop up : आशा के विपरीत दिखाई पड़ना
64. Crowd round : गोलबंद होना
65. Cry down : निंदा करना
66. Cry for : माँग करना
67. Cry off : मुकर जाना
68. Cry out : चिल्लाना
69. Cry up : प्रयास करना, बढ़ा-चढ़ा कर कहना
70. Cut across : ज्यादा छोटे मार्ग से गुजरना
71. Cut away : काट कर हटा देना
72. Cut back : घटाना
73. Cut down : काटकर गिराना, छोटा करना
74. Cut down on : खपत में कमी करना
75. Cut into : हस्तक्षेप करना
76. Cut in : हस्तक्षेप करना
77. Cut off : काटकर अलग करना
78. Cut out : कार्य करना बंद कर देना
79. Cut out : काटकर हटाना
80. Cut up : बर्बाद कर देना
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1. वनों का आकर्षण : वनों ने हमेशा मानव कल्पना को क्यों आकर्षित किया है 2. भूमिगत नेटवर्क: माइकोरिज़ल नेटवर्क : कवक वृक्षों की जड़ों के साथ सहजीवी संबंध कैसे बनाते हैं, 3. निष्कर्ष: कार्रवाई का आह्वान : वनों के चमत्कारों और महत्व का सारांश दें। पाठकों को वनों के प्रति अपनी प्रशंसा को गहरा करने और संरक्षण प्रयासों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित
Tuesday, 19 May 2020
Friday, 8 May 2020
मेरे पसंद
मै मनोज पूसाम निक नेम " माही" मोनू" वेसे तो मुझे सबसे अच्छा किसी गेदरिंग या पार्टी मे इंजोए करना अच्छा लगता है, तथा विभिन्न प्रकार के लोगों से मिलना मुझें बहुत पसंद है| तथा इसके साथ ही मुझें किसी नई जगह जाना बहुत अच्छा लगता है, बाजार में मगोड़े के बाद दही फुल्की खाना बहुत पसंद है, जब कभी मे बाजार जाता हूँ , तो इन्हें जरूर खाता हूँ, मुझें ढेड़ सारे दोस्त बनाना अच्छा लगता है, उनके साथ घूमना व मस्ती करना मुझें पसंद है, क्योकि में सत्य जीवन जीना चाहता हूँ|
मेरे पयारे चाचा
उन्हे के आदर्श को मानते हुए मैने भी गरीबो की सहायता करना सीखा है, मै कभी भी गलत काम कपने के लिए कल्पना मात्र भी नही सोचता हूँ, तथा मुझे बड़ो का आदर करना सबसे ज्यादा अहमियत देता हूँ, मुझे चश्मा पहना बहुत अच्छा लगता है, मुझे कपड़े मे टी- शर्ट व जिंस अच्छा लगता है, मै हमेशा किसी से मजाक करने के होड़ मे रहता हूँ , जिससे मेरा व उसका दिमाग को ताजगी बनी रहे इसलिए करता हूँ|
क्योकि यह पल बहुत ही यादगार हो जाता है, तथा पढ़ाई के साथ-साथ मुझें किसी महान व्यक्ति की जीवनी व आत्मकथा व उपन्यास पढ़ना बहुत अच्छा लगता है, मनोरंजन मे मुझें नई फिल्म देखना रोमांच लगता है, इसी के साथ मुझे गाना व गाना सुनना बहुत अच्छा लगता है,
मुझे पुराने गानो के अलावा मुझे अंग्रेजी गाने भी अच्छे लगते है,
तथा मे कम्प्यूटर मे भी सोसलनेटवर्किग भी कर लेता हूँ, जिससे विभिन्न क्षेत्र के दोस्त मिल जाते है, उनसे बात करना अच्छा लगता है, मुझे जब कभी गुस्सा आता है, तब मे अकेला रहना पसंद करता हूँ, क्योकि मुझे अकेले मे शांति मिलती है|
तथा मे ज्यादातर गुस्सा नही होता हूँ , जब कभी मेरा काम बिगड़ जाता है , तब ही मे गुस्सा होता हूँ, तथा उस समय कोई मुझें घूमने जाने के लिए कहें तो मेरा गुस्सा शांत हो जाता है, मै कभी किसी को गाली नही देता हूँ, बल्कि वह मेरा काम बिगाड़ भी क्यो न कर दें , मै कभी किसी को परेशान करता नही करता हूँ, तथा अपने आप पर पूर्ण भरोसा रखता हूँ|
मैं अपने परिवार व किसी भी गरीब परिवार की सहायता करना सबसे ज्यादा पसंद करता हूँ, क्योकि यह गरीबी मैने अपने ऑखों से देखा है, तथा यह प्रेरणा मैने अपने चाचा जी से सीखा है, जिन्होने अपने हित का न सोचते हुए दूसरो की भलाई करना ही पसंद करतें है, जो आज एक डॉक्टर है,
मुझे पुराने गानो के अलावा मुझे अंग्रेजी गाने भी अच्छे लगते है,
तथा मे कम्प्यूटर मे भी सोसलनेटवर्किग भी कर लेता हूँ, जिससे विभिन्न क्षेत्र के दोस्त मिल जाते है, उनसे बात करना अच्छा लगता है, मुझे जब कभी गुस्सा आता है, तब मे अकेला रहना पसंद करता हूँ, क्योकि मुझे अकेले मे शांति मिलती है|
तथा मे ज्यादातर गुस्सा नही होता हूँ , जब कभी मेरा काम बिगड़ जाता है , तब ही मे गुस्सा होता हूँ, तथा उस समय कोई मुझें घूमने जाने के लिए कहें तो मेरा गुस्सा शांत हो जाता है, मै कभी किसी को गाली नही देता हूँ, बल्कि वह मेरा काम बिगाड़ भी क्यो न कर दें , मै कभी किसी को परेशान करता नही करता हूँ, तथा अपने आप पर पूर्ण भरोसा रखता हूँ|
मैं अपने परिवार व किसी भी गरीब परिवार की सहायता करना सबसे ज्यादा पसंद करता हूँ, क्योकि यह गरीबी मैने अपने ऑखों से देखा है, तथा यह प्रेरणा मैने अपने चाचा जी से सीखा है, जिन्होने अपने हित का न सोचते हुए दूसरो की भलाई करना ही पसंद करतें है, जो आज एक डॉक्टर है,
डॉ. भारत सिंग पूसाम चाचा के लिए एक गीत
मेरे पयारे चाचा
मेरे अचछे चाचा |
हम सभी के दुलारे चाचा
मितर वत भाव मिलन सार चाचा |
सभी का खयाल रखतें
मेरे पयारे चाचा |
भेद भाव सें दूर मेरे पयारे चाचा
मिलन सार ,मेरे अचछे चाचा |
आप जीवो हजारो साल
मेरे पयारे चाचा |
आपका जीवन हो हमेशा खुशहाल
मेरे पयारे चाचा, मेरे अचछे चाचा |
आप हो कई के पथ परदरशक,आदशर
मेरे पयारे चाचा, मेरे अचछे चाचा |
आप है परिवार के पालन हार
सुख-दुख के हाथ है मेरे पयारे चाचा हम सबके जीवन के है सार
मेरे पयारे चाचा |
आप है अदभुद सामथर गायान वान
मेरे पयारे चाचा |
आप जीवो हजारो साल मेरे चाचा
आपका जीवन हो खुशनुमा हाल मेरे पयारे चाचा |
मेरे पयारे चाचा
मेरे अचछे चाचा |
आपको जनम दिन की बधाई
मेरे पयारे चाचा मेरे अचछे चाचा |
हैपी कृशमस डे मेरे पयारे चाचा
मेरे पयारे चाचा मेरे अचछे चाचा |
मेरे सेंटा कलोज चाचा सभी को गिफट देने वाले चाचा
मेरे पयारे चाचा मेरे अचछे चाचा माय डीयर चाचा|
मेरे दवारा रचित कावय आपके लिये
A Lot's of Thank you My Dear Chacha Ji
For loving every one and especially Thank you from beats of my Heart ❤ because you help & Support to me for everything.
Once again Happy Birthday
मुझे भरपूर नींद लेना पसंद है, सुबह उठना भी पसंद है , लेकिन कभी नही उठ पाता हूँ , क्योकि देर रात सोने के बाद नींद ५ बजे बहुत ही अच्छी नींद आता है, तथा मुझें अंग्रेजी बोलना बहुत पसंद है, तथा पढ़ना भी अच्छा लगता है, मुझें आम मैंगो खाना भी अच्छा लगता है, मै गॉव मे सभी प्रकार के आम गॉव मे खाने को मिल जाते है, मुझे शावर मे नहाना पसंद है , इसके साथ ही नदी मे भी नहाना पसंद है , जब दोस्त साथ मे हो तब कौमिक्स की पुस्तके पढ़ना अच्छा लगता है|
मै कभी भी किसी अजनबी पर विश्वास नही करता हूँ जब तक कि उसके बारे मे सही जानकारी प्राप्त न हो |
क्योकि दोखा खा चुका हूँ|
अतः किसी कार्य मे पूर्ण जानकारी न होने पर उसमे कभी हाथ नही डालना चाहिए पछतावा ही हाथ लगेगा| किसी भी व्यक्ति के बारे मे बिना जाने आरोप कभी नही लगाना चाहिए अपनी ऑखों पर विश्वास करें| जीवन मे कभी भी किसी चीज को बिना पूछे नही उठाना चाहिए| चोरी कभी नही करना चाहिए|
आय से अधिक खर्च करने वाले तिरस्कार सहतें है , और कष्ट भोगते है| प्यार और सहकार से भरा-पूरा परिवार ही धरती का स्वर्ग है|
जीवन मे कभी भी कोई लेखा-जोखा हो तो उसे सही तरह से दिन-दिनॉक आदि स्पष्ट रूपो मे लिख कर (रसीद ) उसका प्रमाण तैयार रखना चाहिए, जिससे कोई तुम्हारे कार्य प्रणाली का निरक्षण करे तो स्पष्ट हो को आप सही हो| अर्थाथ बिल हमेशा सम्भाल कर रखे भविस्य मे काम आता है,
जीवन मे हमेशा सत्य ही बोले |
जीवन मै हमेशा मुस्कुराते रहें |
पुस्तके जरूर पढे़|
नीदं पुरी ले, और स्वादिष्ट भोजन ग्रहण करें|
कम बोले ज्यादा सुने, सबकी सुनी अपनी मन की सुनो |
अपने काम मे लापरवाही न करे काम सही समय मे पूरा कर ले |डायरी जरूर लिखें | अपनी आदतो का बदलाव करें | किसी फालतू और गलत काम मे न उल्झे| दिल के साफ रहें| कभी भी किसी व्यक्ति की पूरी बात सुन ले या उसे पूरा करने दे इसके बाद ही अपना वक्तव्य उसके सामने रखे ,
क्योकि वह कभी उस समय कोई महत्वपूर्ण कार्य या बात कह रहा हो तो ?
पेड़ो से प्यार करना चाहिए|
उन्हें सुबह उठकर गले लगाना व प्रणाम करना चाहिए क्योकि वे हमे प्राणवायु प्रदान करतें है|
मम्मी पापा से मित्रवत प्यार करना चाहिए|
इस संसार मे कुछ भी असंभव नही है, सब संभव है बस उसके लिए अपने अंदर उपस्थित शाक्ति को पहचानना होगा जो अदभुत और साहस से भरा हुआ है |
क्योकि दोखा खा चुका हूँ|
अतः किसी कार्य मे पूर्ण जानकारी न होने पर उसमे कभी हाथ नही डालना चाहिए पछतावा ही हाथ लगेगा| किसी भी व्यक्ति के बारे मे बिना जाने आरोप कभी नही लगाना चाहिए अपनी ऑखों पर विश्वास करें| जीवन मे कभी भी किसी चीज को बिना पूछे नही उठाना चाहिए| चोरी कभी नही करना चाहिए|
आय से अधिक खर्च करने वाले तिरस्कार सहतें है , और कष्ट भोगते है| प्यार और सहकार से भरा-पूरा परिवार ही धरती का स्वर्ग है|
जीवन मे कभी भी कोई लेखा-जोखा हो तो उसे सही तरह से दिन-दिनॉक आदि स्पष्ट रूपो मे लिख कर (रसीद ) उसका प्रमाण तैयार रखना चाहिए, जिससे कोई तुम्हारे कार्य प्रणाली का निरक्षण करे तो स्पष्ट हो को आप सही हो| अर्थाथ बिल हमेशा सम्भाल कर रखे भविस्य मे काम आता है,
जीवन मे हमेशा सत्य ही बोले |
जीवन मै हमेशा मुस्कुराते रहें |
पुस्तके जरूर पढे़|
नीदं पुरी ले, और स्वादिष्ट भोजन ग्रहण करें|
कम बोले ज्यादा सुने, सबकी सुनी अपनी मन की सुनो |
अपने काम मे लापरवाही न करे काम सही समय मे पूरा कर ले |डायरी जरूर लिखें | अपनी आदतो का बदलाव करें | किसी फालतू और गलत काम मे न उल्झे| दिल के साफ रहें| कभी भी किसी व्यक्ति की पूरी बात सुन ले या उसे पूरा करने दे इसके बाद ही अपना वक्तव्य उसके सामने रखे ,
क्योकि वह कभी उस समय कोई महत्वपूर्ण कार्य या बात कह रहा हो तो ?
पेड़ो से प्यार करना चाहिए|
उन्हें सुबह उठकर गले लगाना व प्रणाम करना चाहिए क्योकि वे हमे प्राणवायु प्रदान करतें है|
मम्मी पापा से मित्रवत प्यार करना चाहिए|
इस संसार मे कुछ भी असंभव नही है, सब संभव है बस उसके लिए अपने अंदर उपस्थित शाक्ति को पहचानना होगा जो अदभुत और साहस से भरा हुआ है |
मुझे खेल मे तो क्रिकेट ही सबसे अच्छा लगता है, लेकिन उन सब मे भी एक खेल फुटबाल भी मुझे खेलना बहुत अच्छा लगता है , क्योकि फुटबाल आज के युग मे एक लोकप्रिय खेल है, जो केवल अंतररास्ट्रीय स्तर पर यह खेल है, जो अत्यधिक लोकप्रिय है, इसलिए नही खेलता कि बल्कि मे इसलिए खेलता हूँ , कि यह शरीर के फिटनेश के लिए सबसे अच्छा है , लेकिन क्रिकेट मे इसलिए खेलता हूँ , कि क्रिकेट ने ही हमारे देश को कोने कोने तक अपना नाम रोशन किया है, जिसमे दुनिया के महानतम खिलाड़ी मे से एक है, जिसमे सचिन तेंदुलकर ये हमे खेल भावना के पद प्रदर्सक है , अतः हम इन्हे से प्रेरणा लेते है , सचिन एक हमारे प्रेरणा स्तोत है , तथा सौवा शतक भी मार्च २०१२ मे बनाया है, जिनमे से मुझे श्रीमान गौतम गंभीर का खेल मुझे सबसे अच्छा लगता है, इनका खेल मे हमेशा देखता हूँ|
Thursday, 7 May 2020
1 MP Signal Training एन.सी.सी कैम्प 2012
NCC Camp 20123 January 2012 को हमारी परीक्षा समाप्त हुआ था, तथा उसी शाम को में अपने घर आ गया था, क्योकि हॉस्टल में मैस की व्यवस्था मे रूकावट थी अतः मै घर आकर कुछ कम्पटीशन परीक्षा की तैयारी करने लगा तथा
घर मे रहकर पढ़ाई की तथा परीक्षा भी दी कुछ समय बाद मुझे हॉस्टल से फोन आया कि हॉस्टल आ जाओ तो मै हॉस्टल आने की कोशिश की तथा मै जिस दिन हॉस्टल आ रहा था, उसी दिन मुझे पता चला कि ३ फरवरी को NCC का Combined Annual training camp-11 का आयोजन था , तो मै सुबह जब यह आया तथा कैम्प की तैयारी करने लगा तथा कैम्प मे गया क्योकि मे कैम्प फार्म भी नही भर पाया था, लेकिन मैने कैम्प नही छोड़ा व कैम्प मे सामिल हो गया | इस प्रकार मे २०१२ के एन. सी. सी. कैम्प मे भाग लिया , जब हम वहॉ पहुचे तो सबसे पहले हमारा वहॉ पर इंटरी हुई इसके बाद हम उस सदर इरिया मे उपस्थित मिलिटरी ट्रेनिग सेंटर मे हमारा प्रवेश हुआ तथा वहॉ पर पूरा इलाका सैनिक क्षेत्र था , जहॉ पर उनकी ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाती थी तथा वहॉ पर सैनिको की व्यवस्था बहुत ही सुन्दर थी , तथा वहाँ पर उनके व्दारा किए गए नियमो का पालन करना तो इतना अच्छा लग रहा था ,देखकर की हम उस दृश्य को भी भूल नही पाइगे ,जब हमारी पहली बार कैम्प मे हमने अपने आप को ढाला ढाला जो हमे बहुत अच्छा वहॉ पर सबसे पहले सुबह ५ बजे उठकर फ्रेश होकर तैयार होकर हमें फालेन होना पड़ता था, ६ बजे तथा इसके बाद रिपोर्ट देने के बाद हमे पीटी जूतो मे सुबह सुबह दौड़ाया करते थे , यह भी हमे बहुत अच्छा लगता था |
घर मे रहकर पढ़ाई की तथा परीक्षा भी दी कुछ समय बाद मुझे हॉस्टल से फोन आया कि हॉस्टल आ जाओ तो मै हॉस्टल आने की कोशिश की तथा मै जिस दिन हॉस्टल आ रहा था, उसी दिन मुझे पता चला कि ३ फरवरी को NCC का Combined Annual training camp-11 का आयोजन था , तो मै सुबह जब यह आया तथा कैम्प की तैयारी करने लगा तथा कैम्प मे गया क्योकि मे कैम्प फार्म भी नही भर पाया था, लेकिन मैने कैम्प नही छोड़ा व कैम्प मे सामिल हो गया | इस प्रकार मे २०१२ के एन. सी. सी. कैम्प मे भाग लिया , जब हम वहॉ पहुचे तो सबसे पहले हमारा वहॉ पर इंटरी हुई इसके बाद हम उस सदर इरिया मे उपस्थित मिलिटरी ट्रेनिग सेंटर मे हमारा प्रवेश हुआ तथा वहॉ पर पूरा इलाका सैनिक क्षेत्र था , जहॉ पर उनकी ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाती थी तथा वहॉ पर सैनिको की व्यवस्था बहुत ही सुन्दर थी , तथा वहाँ पर उनके व्दारा किए गए नियमो का पालन करना तो इतना अच्छा लग रहा था ,देखकर की हम उस दृश्य को भी भूल नही पाइगे ,जब हमारी पहली बार कैम्प मे हमने अपने आप को ढाला ढाला जो हमे बहुत अच्छा वहॉ पर सबसे पहले सुबह ५ बजे उठकर फ्रेश होकर तैयार होकर हमें फालेन होना पड़ता था, ६ बजे तथा इसके बाद रिपोर्ट देने के बाद हमे पीटी जूतो मे सुबह सुबह दौड़ाया करते थे , यह भी हमे बहुत अच्छा लगता था |
क्योकि यहॉ पर हमे सुबह सुबह घूमने मे बड़ा मजा आता था , क्योकि इस इलाके मे बहुत ही सुन्दर ऊधान था, जो सुबह सुबह हमारे मन को मोह लेता था, तथा हमे यहॉ पर उपस्थित गोल्फ के मैदान का आकर्षण भी करता था|
तथा सैनिको की ट्रेनिग सेन्टर भी बहुत सुन्दर था|
तथा सैनिको की ट्रेनिग सेन्टर भी बहुत सुन्दर था|
जो हमारे को बहुत ही रोमांच उत्तपन कर रहा था, तथा हमे यह देखने का बहुत ही सुनहरा अवसर समय था , यह देख कर मै बहुत खुश हो रहा था, हमे सुबह उठ कर हमे पीटी परेड के लिए फाईल बनाने के बाद हमे नास्ता दिया जाता था, दोपहर का नास्ता इसके कुछ देर बाद हमे लंच कराया जाता था , फिर शाम को हमे शाकाहारी व माशाहारी भोजन के लिए अलग-अलग लाइन लगा कर खाना दिया जाता था, तथा टोकन माध्यम से भोजन मिलता था, जिसमे वे अलग -अलग भोजन प्राप्त कर सके तथा कभी-कभी हमे सुबह शाम विभिन्न प्रकार के भोजन व वस्तुए खाने को मिलता था यह बहुत अच्छा लगता था| सुबह पीटी करने के बाद हमे ड्रिल सिखाया जाता था , तथा उसके बाद NCC के उध्देश्य समझाया जाता था, तथा जीवन मे सफल जीवन जीने का रहस्य बताया जाता था , यह भी हमारे लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय था , हम NCC कैम्प को कभी नही भूल पाईगे क्योकि यह हमे एक मंच प्रदान जो करता है , हमे बोलने की शक्ति प्रदान करता है , कि हम कि हम अपनी अभिवृत्ति प्रदान कर सके तथा हमे NCC ऑफीसर क्वाटर गार्ड की शिक्षा देते थे , तथा पायलट की भी शिक्षा देते थे
इस कैम्प मे बहुत बहुत दूर दूर से अलग-अलग यूनिटो से छात्र आये थे , जिसमे आर्मड ,आर्टी १ mp ४ तथा नैवी आदि यूनिट सामिल थी ,लेकिन यह कैम्प केवल १mp Signal कंपनी का था , हमारे हॉस्टल के पास मे शामिल ३ यूनिट से अर्थात साइंस कॉलेज जबलपुर से थे ,जिसमे हमे यह कैम्प मे बहुत फायदा हुआ, क्योकि यह कैम्प केवल सिगनल वालो का था , दूसरे दिन हमे NCC से जुडे पहलुओ का रहस्यो का उजागर किया , तथा हमे समय प्रबंधन का सही प्रक्रिया के बारे मे समझाया तथा उनमे से कुछ ने तो जनरल नॉलेज की बाते बताई जो हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण था , यह बात भी हम नही भूल सकतें है|
कैम्प का मुख्य बात यह है कि यह हमे एकता अनुशासन , शिष्टतता सिखाती है , तथा कैम्प मे हमे समाज सेवा व देशप्रेम जागृत करती है तथा कैम्प मे हमे विभिन्न प्रकार के लोगो से मेल मिलाप का अवसर प्रदान करता है , तथा उनके बातो से हमे कुछ सीखने को मिलता है जो उनमे से कुछ अच्छी बाते करते,तथा कुछ तो बहुत ही अच्छी बाते करते है, तथा फिर हमे हथियारों की शिक्षा प्रदान की जो हमे यह अवसर केवल NCC ही प्रदान कर सकता है तथा हमे फिर एक दिन फायरिंग के लिए किसी सुरक्षित जगह ले जा कर हमे फायरिंग कराया गया था , जिसमे हमे सभी कैडितो को ५ गोलीयॉ प्रदान की किया गया था , अब पारी थी फायरिंग की जो टारगेट ज्ञात था , जब मेरी पारी आई तो मैने ५ गोलियॉ टारगेट पर निशाना लगाया था ,जिसमे 5 गोलियो मे ये 4 गोलियॉ मैने टारगेट मे निशाना लगा चुका था , यह भी मेरे लिए यह हर्ष का विषय बना हुआ था इसके बाद हमे फिर से 5 गोलियॉ फिर दी गई फिर से हमने टारगेट को निशाना लगाया , हम खड़े होकर टारगेट करना था तो फिर हम निशाना 2 गोलियो से ही लगा सके क्योकि लेट कर निशाना लगाना आसान होता है खड़े होकर लगाने की अपेक्षा , फिर एक सरदार जी ने 5 गोलियो से निशाना लगा कर फायिरंग कम्पीटीशन जीत गया, इसके बाद हमे फिर प्रसिध्द मंदिरो पर हमे घुमया गया , जो हमारे लिए अत्यन्त आनन्द का विषय था , तथा कुछ दिन फिर हमे डयूटी भी करनी पड़ी जो यह हमे बहुत ही अच्छा लगा,
कैम्प का मुख्य बात यह है कि यह हमे एकता अनुशासन , शिष्टतता सिखाती है , तथा कैम्प मे हमे समाज सेवा व देशप्रेम जागृत करती है तथा कैम्प मे हमे विभिन्न प्रकार के लोगो से मेल मिलाप का अवसर प्रदान करता है , तथा उनके बातो से हमे कुछ सीखने को मिलता है जो उनमे से कुछ अच्छी बाते करते,तथा कुछ तो बहुत ही अच्छी बाते करते है, तथा फिर हमे हथियारों की शिक्षा प्रदान की जो हमे यह अवसर केवल NCC ही प्रदान कर सकता है तथा हमे फिर एक दिन फायरिंग के लिए किसी सुरक्षित जगह ले जा कर हमे फायरिंग कराया गया था , जिसमे हमे सभी कैडितो को ५ गोलीयॉ प्रदान की किया गया था , अब पारी थी फायरिंग की जो टारगेट ज्ञात था , जब मेरी पारी आई तो मैने ५ गोलियॉ टारगेट पर निशाना लगाया था ,जिसमे 5 गोलियो मे ये 4 गोलियॉ मैने टारगेट मे निशाना लगा चुका था , यह भी मेरे लिए यह हर्ष का विषय बना हुआ था इसके बाद हमे फिर से 5 गोलियॉ फिर दी गई फिर से हमने टारगेट को निशाना लगाया , हम खड़े होकर टारगेट करना था तो फिर हम निशाना 2 गोलियो से ही लगा सके क्योकि लेट कर निशाना लगाना आसान होता है खड़े होकर लगाने की अपेक्षा , फिर एक सरदार जी ने 5 गोलियो से निशाना लगा कर फायिरंग कम्पीटीशन जीत गया, इसके बाद हमे फिर प्रसिध्द मंदिरो पर हमे घुमया गया , जो हमारे लिए अत्यन्त आनन्द का विषय था , तथा कुछ दिन फिर हमे डयूटी भी करनी पड़ी जो यह हमे बहुत ही अच्छा लगा,
हमारे जब NCC कैम्प था उस समय वहॉ पर एक सीनियर ने किसी भी हमारे बैच के छात्र को जब लिडिंग करता तब वह वहॉ पर एक वाक्य कहता था
" क्या हो रहा है, यहॉ पर "
बैंड बना दूंगाँ यहॉ पर "
यह वाक्य पूरे कैम्प मे छाया था तथा इसके साथ ही हमारे कैम्प मे एक अनादि नाम का एक दोस्त भी था जो वो भी छाया था क्योकि वह इतना मोटा था कि चल भी नही पाता था ठीक से व दौड़ भी नही सकता था , उसके कारण हमारे कैम्प मे मस्ती सी छायी थी , इसी के साथ वह बहुत ही व्यंग्य करता था जिससे हमारे सब के मन को विभोर कर देता था|
हमारे कैम्प मे हमे बहुत कुछ सीखने को मिला था , जो हम अब कभी भूल नही पाएगे , क्योकि ये हमारे जीवन के लिए अत्यन्त ही महत्वपूर्ण था|हमारा कैम्प बहुत ही अच्छा रहा और सफलता पूर्वक हमने कैम्प किया तथा उसका आनन्द लिया इस प्रकार हमने बहुत ही कुछ पाया इस कैम्प मे, मेरे अनुभव से तो सभी छात्र जीवन के छात्रो को NCC मे शामिल जरूर होना चाहिए मेरी आप सभी से कहना है |
" क्या हो रहा है, यहॉ पर "
बैंड बना दूंगाँ यहॉ पर "
यह वाक्य पूरे कैम्प मे छाया था तथा इसके साथ ही हमारे कैम्प मे एक अनादि नाम का एक दोस्त भी था जो वो भी छाया था क्योकि वह इतना मोटा था कि चल भी नही पाता था ठीक से व दौड़ भी नही सकता था , उसके कारण हमारे कैम्प मे मस्ती सी छायी थी , इसी के साथ वह बहुत ही व्यंग्य करता था जिससे हमारे सब के मन को विभोर कर देता था|
हमारे कैम्प मे हमे बहुत कुछ सीखने को मिला था , जो हम अब कभी भूल नही पाएगे , क्योकि ये हमारे जीवन के लिए अत्यन्त ही महत्वपूर्ण था|हमारा कैम्प बहुत ही अच्छा रहा और सफलता पूर्वक हमने कैम्प किया तथा उसका आनन्द लिया इस प्रकार हमने बहुत ही कुछ पाया इस कैम्प मे, मेरे अनुभव से तो सभी छात्र जीवन के छात्रो को NCC मे शामिल जरूर होना चाहिए मेरी आप सभी से कहना है |
कुछ समय हमे वहॉ के सैनिको से हमे बाते करने का मौका भी मिला जिसमे था पश्चिम बंगाल का एक नौवजवान जिससे हमे बाते करके बहुत ही अच्छा लगा , उसने मुझे बंगाली मे कहॉ :- तुमे कैन अच्छू
अर्थात तुम कैसे हो तो उसका उत्तर हमने भालू अर्थात मै अच्छा हूँ कहा इसी प्रकार हमे यह यब सीखने को मिला | फिर हमे संग्रहालय ले गए तथा वहॉ पर हमने विभिन्न प्रकार के सीगनल के संचार के माध्यमो को देखने को मिला जो हमे अभी कही देखने को नही मिलेंगे वे वस्तुए भी देखा तथा वहॉ पर हमने जापान का झंडा को भी देखा जो भारत-जापान के युध्द दव्रारा लाया गया था, तथा पाकिस्तान का भी झंडा वहॉ हमने देखा जो कारगिल युध्द से जीत कर लाया गया था, तथा युध्द मे हुए विस्फोट बम के टुकड़े भी हमे वहॉ देखने को मिला था , यह हमारा बहुत ही अच्छा अवसर था तथा हमे ड्रिल के बाद हमे यह ड्रिल असानी से हमने यह बनने लगा , तथा वहॉ पर हमे खेलने का भी मौका मिलता था तथा इतने सारे लोगों के साथ हमे खेलने मे बहुत अच्छा लगता था , तथा कैम्प के लास्ट दिन की रात को भी कल्चर प्रोग्राम हुआ, जिसकी हमने तैयारी कैम्प के पांचने दिन से शुरू कर दी थी तथा यह प्रोग्राम सैनिक आडोटोरियम मे होना था लेकिन यह पहले से ही बुकिंग थी , इस कारण से यह कैम्प को सैनिक सेनिमा हाऊस मे कल्चर प्रोग्राम का आयोजन किया गया था , जो देखने मे अत्यन्त सुन्दर जगह थी जो हम इसका आनन्द भी उठाने का मौका मिला , इस प्रकार हमे यह कैम्प बहुत ही अच्छा रहा तथा हमने मिलजुल कर कैम्प का आन्नद उठाया जो हमे हमारे जीवन मे मददगार साबित हो सकता है , अतः इस प्रकार हमारा कैम्प सम्पन्न हो गया |
अर्थात तुम कैसे हो तो उसका उत्तर हमने भालू अर्थात मै अच्छा हूँ कहा इसी प्रकार हमे यह यब सीखने को मिला | फिर हमे संग्रहालय ले गए तथा वहॉ पर हमने विभिन्न प्रकार के सीगनल के संचार के माध्यमो को देखने को मिला जो हमे अभी कही देखने को नही मिलेंगे वे वस्तुए भी देखा तथा वहॉ पर हमने जापान का झंडा को भी देखा जो भारत-जापान के युध्द दव्रारा लाया गया था, तथा पाकिस्तान का भी झंडा वहॉ हमने देखा जो कारगिल युध्द से जीत कर लाया गया था, तथा युध्द मे हुए विस्फोट बम के टुकड़े भी हमे वहॉ देखने को मिला था , यह हमारा बहुत ही अच्छा अवसर था तथा हमे ड्रिल के बाद हमे यह ड्रिल असानी से हमने यह बनने लगा , तथा वहॉ पर हमे खेलने का भी मौका मिलता था तथा इतने सारे लोगों के साथ हमे खेलने मे बहुत अच्छा लगता था , तथा कैम्प के लास्ट दिन की रात को भी कल्चर प्रोग्राम हुआ, जिसकी हमने तैयारी कैम्प के पांचने दिन से शुरू कर दी थी तथा यह प्रोग्राम सैनिक आडोटोरियम मे होना था लेकिन यह पहले से ही बुकिंग थी , इस कारण से यह कैम्प को सैनिक सेनिमा हाऊस मे कल्चर प्रोग्राम का आयोजन किया गया था , जो देखने मे अत्यन्त सुन्दर जगह थी जो हम इसका आनन्द भी उठाने का मौका मिला , इस प्रकार हमे यह कैम्प बहुत ही अच्छा रहा तथा हमने मिलजुल कर कैम्प का आन्नद उठाया जो हमे हमारे जीवन मे मददगार साबित हो सकता है , अतः इस प्रकार हमारा कैम्प सम्पन्न हो गया |
Tuesday, 5 May 2020
30 first 2011
30 फस्ट की तैयारी हमारी जोर-तोड़ से चल रही थी , कि अचानक ही हमें पता चला कि हमें आज DG में डांस करने को मिलेगा, यह खुशी हमारे दिलो दिमाग में एक रोमंच पैदा करने वाली थी , अतः हम सब सुबह से ही नहा धोकर तैयार हो खाना सभी सीनियरों जूनीयर्स के साथ मिलकर खाया तथा हमें अपने सीनियरो के प्यार ये हम ऊत्साहित होकर हमने अपने कार्यक्रम को सही ढंग से इंजोए किया | दोपहर से ही हमने कार्यक्रम की तैयारी की तथा कुछ अच्छे पकवान बनवाने का आर्डर किया जो हमारे जूनीयरों के लिए बहुत रोमांच पैदा करने वाला था| जब शाम हुआ तो हमे 2011 को अलिवदा होने का दुःख हुआ फिर हम सब फिर सभी लोग मिलकर बनाई मिठाईओ का स्वादन किया | इसके बाद हमने DG के चालू होने का इंतजार था कि DG साऊण्ड चालू हो और हम सभी मिलकर डांस करे फिर हम सभी मिलकर डांस करने लगें डिस्को लाईट के ऊपर हम सभी डांस करने लगे , सभी सीनियरस और जूनियर के साथ मिलकर डांस करने लगे , हमने कई गानो में डांस किया|
फिर हम सभी नाचतें हुए , बारिस का मजा भी लिया क्योकि उसी समय बारिस की बूदों मे डांस करना अत्यंत ही रोमांच था| फिर सुपर सीनियरो के आने पर हम सभी उनसे मिले व अपनी खुशी जाहिर कि हम कितने खुश नजर आ रहें |
कुछ समय बाद हमारे अन्य सीनियर जो होस्टल छोड़ कर चले गए है, उनका आगमन हुआ, हमने उनके साथ खूब वार्तालाप किया ,तथा वे हमे अपनी हमारी जिंदगी के कुछ पहलुओ के बारे मे बताया , इस प्रकार हमे उन्होने बताया कि जिदंगी मे कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है , इस प्रकार हमें वे ज्ञान वर्धक बातो को अवलोकन कराया ,हमे उन्होने कहॉ कि जो कुछ भी करना हो तो बस वो अपनी छोटी सी नीव मे पैर रखकर ही सोचना है , व उस पथ पर कार्य पर भरसंभव प्रयास करते हुए कठिन परिश्रम करना है,
तथा हमे अपने इंजॉए पूर्ण हॉस्टल लाईफ को नजर अंदाज करते हुए अपने लक्ष्य़ की ओर अग्रसर होना है, अन्यथा मे अपने लक्ष्य मे ये बाधा उत्पन्न होती है, इनका सबका खामिया बाद मे भुगतना पड़, सकता है , अतः हमे जीवन मे सफल होने के लिए कुछ पहलुओ को अस्वीकार करना ही पड़ता है , अतः हमे ऊन पहलुओ से दूर रह कर अपनी मंजिल की ओर अग्रसर होना है, यह सब बताया हमारे सीनियरो ने तथा इसके साथ ही उन्होने कहा कि कठिन परिश्रम ही सफलता की कुंजी है , अतः अपनी पूरी पढ़ाई जी जोर से करना की प्रेरणादायक प्रेरणा दी|
और कहा कि अपने गॉव नगर का नाम रोसन करने को कहा कि जो तुम जहॉ से आए हो , वहॉ से अपने माता- पिता के सपनो को सकार करने आए हो तो पूर्ण करे यह अभिभाषण दिया थे , यह अच्छा लगा हम इसका अनुसरण पूर्ण ईमानदारी और लगन से करने की कोशिश करेगे | इसके बाद वो श्रीमान चले गए , फिर हमने 12 बजने को 20 मिनिट बाकी था, उन्ही मिनट मे फिर डांस किया तथा इसका आनंन्द उठाया|
12 बजे फिर हम सब मिलकर 2011 को अलविदा और 2012 का स्वागत किया ,हम सब फिर 2012 का केक काटा तथा खूब केक खाया , इस प्रकार हमे केक खाते वक्त बहुत केक चेहरे मे लगाया तथा मिठाई खाने के बाद हमने फिर धुर्वे सर का जन्म दिवस भी धूम धाम से मनाया, इसके बाद पूरे हॉस्टल मे गूँज उठा तथा हम सब मिलकर निचे पोर्च मे बम -फटाखे फोड़ने का खूब मजा लिया इस प्रकार हम सब मिलकर आकाश फठाखो को भी खूब आनंद उठाया , इसके बाद फिर हम सबने खूब डांस किया ,अचानक एक फटाखा हम सब लोग जहॉ नाच रहे थे वही आकर फूटा हम तो दंग रह गए कि हमारे बीच मे ये क्या हो गया , इसके बाद हम सब भाई गले मिलकर बधाई दी और 2011 को अलविदा किया ,लेकिन मेरे मन मस्तिष्क मे कुछ चलचित्र हो रहे है जो इस प्रकार है
चलचित्र मे 2011 की कुछ स्मरणीय तथ्य ज्ञात है जो कुछ मे यहॉ बता रहा हूँ |
मुझे 2011 का स्मरणीय पल मै कभी नही भूल पाऊँगा क्योकि ये मेरे दिलो दिमाग मे चलचित्र हो रहे है, इसी सत्र मे आधार प्रमाण पत्र का कार्यक्रम चालू हुआ था, तथा हॉस्टल डे भी अच्छा रहा था, तथा NCC यूनिट मे मेने प्रवेश लिया था , तथा दिल्ली मे आयोजित गेमस मे इस साल ढेरो सारी स्वर्ण पदक प्राप्त हुए थे | तथा हॉकी मे भी हमारी टीम ने बाजी मारी थी जिसमे एशियन शीप जीता था, इसी समय जनगणना का कार्यक्रम चालू था तथा स्वास्थ जनगणना भी चालू था, हमने हॉस्टल गेम भी हमारी ग्रप टीम-C ने मैच जीता था|
तथा मैने पहली बार साइंस कॉलेज मे अपना भाषण दिया था इसी सत्र मे साइना नेहलवाल ने विश्व मे दिव्तीय स्थान पर वरीयता प्राप्त की थी , मैने पहली बार दूसरे जगहो पर की यात्रा की थी , भोपाल , जबलपुर , कटनी, उमरिया, इटारसी ,छिन्दवारा, बालाघाट , सिवनी , मानपुर, इत्यादि, जगहो पर मे घूमने गया था तथा मैने मानपुर स्थित छोटी घाटी डोंगरी गया , वहॉ पर मैने मन्त मांगा था जो वह पूरा नही हुआ, मध्यप्रदेश 56 वी स्थापना दिवस थी , इसी समय मैने अपने मैसे में दोस्त किया था मैसेज कि 09/02/2011 अच्छा मुहरत है, नौ दो ग्यारह हो जाओ
इसी मे भारत सरकार ने गोल्ड कॉइन कॉलर के सिक्के प्रदान किए थे तथा मैने पहले ही वर्ष में वेटनरी साइंस मे PMT दव्रारा सेलेक्शन हो गया था, मैने पहली बार मोटर साइकिल चलाया था , लेकिन बुरी तरह गिरा था|
मैने पहली बार बडी लाइन मे यात्रा 2010 मे ही की थी , जबलपुर गोपाल की यात्रा की थी मै 2010 से ही बाहर आकर प्रेरणा लेकर डायरी लेखन का कार्यक्रम प्रारंभ किया |
2010 मे व 2011 मे ही स्टेट लेवल कर दिया गया था , तथा 2010 मे ही मैने बालाघाट जिला मे भ्रमण किया तथा वहॉ होने वाले दु्र्गा महोत्सव का आनन्द उठाया था, तथा वहॉ पर लगे डेकोरोशन व मेले का बहुत ही मजा उठाया था, तथा हमारे गॉव मे 2011 मे पहली बार दु्र्गा महोत्सव का आयोजन किया गया था जो मुझे बहुत अच्छा लगा था , तथा 2010 मे मैने रोजगार कार्यलय मे पंजीयन कराने के लिए मण्डला गया था |
वह पल भी मुझे बहुत अच्छा लगता है, जब मे बस मे सफर कर रहा था, तथा मैने पहली बार अपना बर्थ डे मनाया था , जो मुझे यह अवसर केवल हॉस्टल मै मिला था, तथा यह अवसर भी प्राप्त हुआ जब कॉलेज का चुनाव हुआ था तो तब हमारे हॉस्टल सीनियर को ही प्रीसीडेन्ट चुना गया, तथा ऑल मेंबर हमारे हॉस्टल से ही थे तथा यह दिन भी मुझे बहुत अच्छी तरह याद रहेगा , जब हमने वल्ड कप फानल के दिन जिस दिन भारत का मैच श्रीलंका से था उस दिन हम सब हॉस्टल वासी तिरंगे का टेटू बनवा कर कॉलेज मे भी इसका समर्थन किया था , यह दिन भी मुझे बहुत याद आता रहेगा, तथा रात को फाइनल मैच जीतने के बाद हमने बहुत ही जीत का आनंद उठाया था, तथा यह दिन भी मै नही भूल पाऊँगा कि जब मै हमारे मध्यप्रदेश के गॉवर्नर के हाथो से टैलेन्ट हन्ट का पुरूस्कार प्राप्त किया था|
फिर हम सभी नाचतें हुए , बारिस का मजा भी लिया क्योकि उसी समय बारिस की बूदों मे डांस करना अत्यंत ही रोमांच था| फिर सुपर सीनियरो के आने पर हम सभी उनसे मिले व अपनी खुशी जाहिर कि हम कितने खुश नजर आ रहें |
कुछ समय बाद हमारे अन्य सीनियर जो होस्टल छोड़ कर चले गए है, उनका आगमन हुआ, हमने उनके साथ खूब वार्तालाप किया ,तथा वे हमे अपनी हमारी जिंदगी के कुछ पहलुओ के बारे मे बताया , इस प्रकार हमे उन्होने बताया कि जिदंगी मे कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है , इस प्रकार हमें वे ज्ञान वर्धक बातो को अवलोकन कराया ,हमे उन्होने कहॉ कि जो कुछ भी करना हो तो बस वो अपनी छोटी सी नीव मे पैर रखकर ही सोचना है , व उस पथ पर कार्य पर भरसंभव प्रयास करते हुए कठिन परिश्रम करना है,
तथा हमे अपने इंजॉए पूर्ण हॉस्टल लाईफ को नजर अंदाज करते हुए अपने लक्ष्य़ की ओर अग्रसर होना है, अन्यथा मे अपने लक्ष्य मे ये बाधा उत्पन्न होती है, इनका सबका खामिया बाद मे भुगतना पड़, सकता है , अतः हमे जीवन मे सफल होने के लिए कुछ पहलुओ को अस्वीकार करना ही पड़ता है , अतः हमे ऊन पहलुओ से दूर रह कर अपनी मंजिल की ओर अग्रसर होना है, यह सब बताया हमारे सीनियरो ने तथा इसके साथ ही उन्होने कहा कि कठिन परिश्रम ही सफलता की कुंजी है , अतः अपनी पूरी पढ़ाई जी जोर से करना की प्रेरणादायक प्रेरणा दी|
और कहा कि अपने गॉव नगर का नाम रोसन करने को कहा कि जो तुम जहॉ से आए हो , वहॉ से अपने माता- पिता के सपनो को सकार करने आए हो तो पूर्ण करे यह अभिभाषण दिया थे , यह अच्छा लगा हम इसका अनुसरण पूर्ण ईमानदारी और लगन से करने की कोशिश करेगे | इसके बाद वो श्रीमान चले गए , फिर हमने 12 बजने को 20 मिनिट बाकी था, उन्ही मिनट मे फिर डांस किया तथा इसका आनंन्द उठाया|
12 बजे फिर हम सब मिलकर 2011 को अलविदा और 2012 का स्वागत किया ,हम सब फिर 2012 का केक काटा तथा खूब केक खाया , इस प्रकार हमे केक खाते वक्त बहुत केक चेहरे मे लगाया तथा मिठाई खाने के बाद हमने फिर धुर्वे सर का जन्म दिवस भी धूम धाम से मनाया, इसके बाद पूरे हॉस्टल मे गूँज उठा तथा हम सब मिलकर निचे पोर्च मे बम -फटाखे फोड़ने का खूब मजा लिया इस प्रकार हम सब मिलकर आकाश फठाखो को भी खूब आनंद उठाया , इसके बाद फिर हम सबने खूब डांस किया ,अचानक एक फटाखा हम सब लोग जहॉ नाच रहे थे वही आकर फूटा हम तो दंग रह गए कि हमारे बीच मे ये क्या हो गया , इसके बाद हम सब भाई गले मिलकर बधाई दी और 2011 को अलविदा किया ,लेकिन मेरे मन मस्तिष्क मे कुछ चलचित्र हो रहे है जो इस प्रकार है
चलचित्र मे 2011 की कुछ स्मरणीय तथ्य ज्ञात है जो कुछ मे यहॉ बता रहा हूँ |
मुझे 2011 का स्मरणीय पल मै कभी नही भूल पाऊँगा क्योकि ये मेरे दिलो दिमाग मे चलचित्र हो रहे है, इसी सत्र मे आधार प्रमाण पत्र का कार्यक्रम चालू हुआ था, तथा हॉस्टल डे भी अच्छा रहा था, तथा NCC यूनिट मे मेने प्रवेश लिया था , तथा दिल्ली मे आयोजित गेमस मे इस साल ढेरो सारी स्वर्ण पदक प्राप्त हुए थे | तथा हॉकी मे भी हमारी टीम ने बाजी मारी थी जिसमे एशियन शीप जीता था, इसी समय जनगणना का कार्यक्रम चालू था तथा स्वास्थ जनगणना भी चालू था, हमने हॉस्टल गेम भी हमारी ग्रप टीम-C ने मैच जीता था|
तथा मैने पहली बार साइंस कॉलेज मे अपना भाषण दिया था इसी सत्र मे साइना नेहलवाल ने विश्व मे दिव्तीय स्थान पर वरीयता प्राप्त की थी , मैने पहली बार दूसरे जगहो पर की यात्रा की थी , भोपाल , जबलपुर , कटनी, उमरिया, इटारसी ,छिन्दवारा, बालाघाट , सिवनी , मानपुर, इत्यादि, जगहो पर मे घूमने गया था तथा मैने मानपुर स्थित छोटी घाटी डोंगरी गया , वहॉ पर मैने मन्त मांगा था जो वह पूरा नही हुआ, मध्यप्रदेश 56 वी स्थापना दिवस थी , इसी समय मैने अपने मैसे में दोस्त किया था मैसेज कि 09/02/2011 अच्छा मुहरत है, नौ दो ग्यारह हो जाओ
इसी मे भारत सरकार ने गोल्ड कॉइन कॉलर के सिक्के प्रदान किए थे तथा मैने पहले ही वर्ष में वेटनरी साइंस मे PMT दव्रारा सेलेक्शन हो गया था, मैने पहली बार मोटर साइकिल चलाया था , लेकिन बुरी तरह गिरा था|
मैने पहली बार बडी लाइन मे यात्रा 2010 मे ही की थी , जबलपुर गोपाल की यात्रा की थी मै 2010 से ही बाहर आकर प्रेरणा लेकर डायरी लेखन का कार्यक्रम प्रारंभ किया |
2010 मे व 2011 मे ही स्टेट लेवल कर दिया गया था , तथा 2010 मे ही मैने बालाघाट जिला मे भ्रमण किया तथा वहॉ होने वाले दु्र्गा महोत्सव का आनन्द उठाया था, तथा वहॉ पर लगे डेकोरोशन व मेले का बहुत ही मजा उठाया था, तथा हमारे गॉव मे 2011 मे पहली बार दु्र्गा महोत्सव का आयोजन किया गया था जो मुझे बहुत अच्छा लगा था , तथा 2010 मे मैने रोजगार कार्यलय मे पंजीयन कराने के लिए मण्डला गया था |
वह पल भी मुझे बहुत अच्छा लगता है, जब मे बस मे सफर कर रहा था, तथा मैने पहली बार अपना बर्थ डे मनाया था , जो मुझे यह अवसर केवल हॉस्टल मै मिला था, तथा यह अवसर भी प्राप्त हुआ जब कॉलेज का चुनाव हुआ था तो तब हमारे हॉस्टल सीनियर को ही प्रीसीडेन्ट चुना गया, तथा ऑल मेंबर हमारे हॉस्टल से ही थे तथा यह दिन भी मुझे बहुत अच्छी तरह याद रहेगा , जब हमने वल्ड कप फानल के दिन जिस दिन भारत का मैच श्रीलंका से था उस दिन हम सब हॉस्टल वासी तिरंगे का टेटू बनवा कर कॉलेज मे भी इसका समर्थन किया था , यह दिन भी मुझे बहुत याद आता रहेगा, तथा रात को फाइनल मैच जीतने के बाद हमने बहुत ही जीत का आनंद उठाया था, तथा यह दिन भी मै नही भूल पाऊँगा कि जब मै हमारे मध्यप्रदेश के गॉवर्नर के हाथो से टैलेन्ट हन्ट का पुरूस्कार प्राप्त किया था|
तथा 2010 मे ही ऑस्कर आवार्ड विजेता ए, आर रहमान को मिला था , तथा यह पल भी मे नही भूल पाऊँगा जब पहली बार मुझे प्रसिध्द धुंआधार , जलप्रपात का नजारा द्खने को मिला था , यह सब 2011 व मे छात्रावासी मिलन समारोह के अवसर पर प्राप्त हुआ था|
2010 मे सचिन तेंदुलकर ने 200 रन बनाने का कीर्तिमान अपने नाम किया था , तथा वे पहले बल्लेबाज है जो २०० रन बनाने का नाम उन पर है , तथा २०११ मे भी हमारे हॉस्टल के सामने हॉस्टल के सभी छात्रो ने छात्रावासी मिलन समारोह का आयोजन किया था| २५ दिसम्बर को किया था , तथा २०११ मे ही यह लोजिक नंबर अच्छे थे ११/११/११ देखने को मिला | तथा इस दिन हमने बहुत इंजोए किया था तथा सचिन के २०११ मे ही १५००० रन व अंतरास्ट्रीय १०० वॉ सतक नरवस नाइंटी मे आकर रूका था तथा ११/११/११ मे रेलवे से सी एम आये थे जबलपुर ..........
2010 मे सचिन तेंदुलकर ने 200 रन बनाने का कीर्तिमान अपने नाम किया था , तथा वे पहले बल्लेबाज है जो २०० रन बनाने का नाम उन पर है , तथा २०११ मे भी हमारे हॉस्टल के सामने हॉस्टल के सभी छात्रो ने छात्रावासी मिलन समारोह का आयोजन किया था| २५ दिसम्बर को किया था , तथा २०११ मे ही यह लोजिक नंबर अच्छे थे ११/११/११ देखने को मिला | तथा इस दिन हमने बहुत इंजोए किया था तथा सचिन के २०११ मे ही १५००० रन व अंतरास्ट्रीय १०० वॉ सतक नरवस नाइंटी मे आकर रूका था तथा ११/११/११ मे रेलवे से सी एम आये थे जबलपुर ..........
Friday, 1 May 2020
Electrical Conductivity (EC)
Electrical Conductivity (EC)
Procedure
Took 20gm soil in a 100 ml beaker and Added 50ml distilled water. Then kept it for 1 hour and took reading by EC meter at room temperature.
pH
Procedure
Took 20gm soil in a 100 ml beaker and Added 50ml distilled water. Then kept it for 1 hour and took reading by pH meter at room temperature.
Organic Carbon
Reagents:- (1) 1N K2Cr2O7- 49gm K2Cr2O7 dissolved in 1 litter distilled water.
(2) Diphenyl amine – 0.5gm diphenyl amine +80ml concentrated H2So4 + 20ml distilled water and made up the volume 100ml.
(3) 0.5N ferrous ammonium sulfate – 196.07gm FeSo4 (NH4)2 +15ml concentrated H2So4 and made the volume up to 1litter with distilled water, and kept it on hot plate to dissolve.
Procedure
1gm of soil (sieved) was taken in 500ml beaker/flask and 10ml k2cr2o7 was added. 20ml of concentrated H2So4 was added, then added 200ml distilled water and kept for 1/2 hour, after that added orthophosphoric acid, and 0.2gm NaF(Sodium Fluoride) was added, t hen added 5-10 drops of Diphenyl Amine Indicator, And then it was titrated with 0.5N ferrous ammonium sulfate. At the end point greenish color was obtained.
Available Nitrogen
Reagents:- (1) 0.32% Kmno4 -3.2gm Kmno4 in 1litter distilled water.
(2) 2.5% NaoH – 25gm NaoH in 1litter distilled water.
(3) 20gm boric acid in 500ml distilled water +2.5ml mixed indicator and added NaoH 2-3 drops to maintained pH 4.5
Procedure
10gm of soil was took and 20ml distilled water was added then 100ml 0.32% Kmno4 was added after that 100ml of 2.5% NaoH was added and then carried out distillation and added 10ml boric acid after that titrated with 0.1N H2So4
Phosphorus
Reagents:- (1) 4N NH4OH – 26.6ml NH4OH in 100ml volumetric flask with distilled water.
(2) 4N HCl – 33.3ml of concentrated HCl in 100 ml volumetric flask and made up the volume with distilled water.
(3) 2-4 dinitrophenol – Dissolved 0.250gm of 2-4 dinitrophenol in 100ml volumetric flask with distilled water and warm up.
(4) 0.5M NaHCo3 – Dissolved 42gm of NaHCo3 in 1000ml volumetric flask. Made up the volume and adjusted the pH 8.5 with NaOH.
(5) Ammonium molybdate - dissolved 15gm of Ammonium molybdate in 300ml distilled water warm the solution and then added 291ml concentrated HCl and made up the volume to 1000ml.
(6) Stannous chloride – dissolved 0.500gm of Sncl2.2H2O in 1.25ml concentrated HCl and made up the volume to 66ml with distilled water.
Procedure
2.5gm of soil sample was took in a beaker ,added 50ml NaHCo3 ,and added a pinch of charcoal/carbon black and placed it on shaker for 1 hour. After shaking filter it by whatman filter paper No.40 after that took 5ml filtrate in 50ml volumetric flask, and added 2-3 drops of 2-4 dinitrophenol indicator,after adding indicator solution became yellow, then 4N HCl or NH4OH was added drop by drop to adjusted the pH. After adding HCl solution became colorless, and then 10ml ammonium molybdate was added , after that 0.5ml of SnCl2.H2O was added and made up the volume up to 50ml with distilled water. After that took reading of that solution with uv Spectrophotometer at 660 nm.
Name of main herbs
Heteropogon contortus
Chrysopogon gryllus
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Alternanthera sessilis
Heteropogon contortus
Sida cordifolia
Alternanthera sessilis
Lantana camara
Heteropogon contortus
Sida cordifolia
Sida acuta
Sida cordifolia
Alternanthera sessilis
Hemidesmus indicus
Grewia hirsuta
Digitaria gracillima
Lagerstroemia parviflora
Sida cordifolia
Sida acuta
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Achyranthes aspera
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Sida acuta
Alternanthera sessilis
Grewia hirsuta
Digitaria gracillima
Sida acuta
Achyranthes aspera
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Cassia tora
Lantana camara
Digitaria gracillima
Cassia tora
Lantana camara
Lagerstroemia parviflora
Digitaria gracillima
Lantana camara
Chloroxylon swietenia
Cyperus rotundus
Digitaria gracillima
Lantana camara
Cyperus rotundus
Sida cordifolia
Digitaria gracillima
Elephantopus scaber
Digitaria gracillima
Evolvulus nummularius
Digitaria gracillima
Evolvulus nummularius
Digitaria gracillima
Evolvulus nummularius
Helicteres isora
Cassia tora
Ageratum conyzoides
Alternanthera sessilis
Cassia tora
Ageratum conyzoides
Lantana camara
Tectona grandis
Ageratum conyzoides
Tectona grandis
Alternanthera sessilis
Sida cordifolia
Ageratum conyzoides
Lantana camara
Tectona grandis
Lantana camara
Tectona grandis
Cassia tora
Oplismenus burmannii
Cynodon dactylon
Lantana camara
Cassia tora
Sida cordifolia
Lantana camara
Cassia tora
Oplismenus burmannii
Heteropogon contortus
Sida acuta
Elephantopus scaber
Cyperus rotundus
Lantana camara
Heteropogon contortus
Sida acuta
Cyperus rotundus
Sida cordifolia
Hyptis suaveolens
Randia dumetorum
Heteropogon contortus
Sida acuta
Cyperus rotundus
Hyptis suaveolens
Heteropogon contortus
Cyperus rotundus
Lantana camara
Digitaria gracillima
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Ventilago denticulata
Bauhinia variegata
Sida cordifolia
Bauhinia variegata
Triumfetta rhomboidea
Cassia fistula
Elephantopus scaber
Dichanthium annulatum
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Bauhinia variegata
Triumfetta rhomboidea
Atylosia scarabaeoides
Hemidesmus indicus
Sida cordifolia
Bauhinia variegata
Triumfetta rhomboidea
Dichanthium annulatum
Grewia hirsuta
Digitaria gracillima
Hemidesmus indicus
Ventilago denticulata
Vernonia cinerea
Sida cordifolia
Cyperus rotundus
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Cyperus rotundus
Hyptis suaveolens
Elephantopus scaber
Digitaria gracillima
Cyperus rotundus
Elephantopus scaber
Chloroxylon swietenia
Digitaria gracillima
Cyperus rotundus
Elephantopus scaber
Chloroxylon swietenia
Sida acuta
Triumfetta rhomboidea
Aegle marmelos
Hemidesmus indicus
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Hyptis suaveolens
Triumfetta rhomboidea
Hemidesmus indicus
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Hyptis suaveolens
Heteropogon contortus
Chloroxylon swietenia
Andrographis paniculata
Sida cordifolia
Terminalia latifolia
Hemidesmus indicus
Hyptis suaveolens
Heteropogon contortus
Andrographis paniculata
Phyllanthus emblica
Triumfetta rhomboidea
Hemidesmus indicus
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Grewia hirsuta
Elephantopus scaber
Helicteres isora
Triumfetta rhomboidea
1. Bambusa arundinacea
Triumfetta rhomboidea
Achyranthes aspera
Digitaria gracillima
Hemidesmus indicus
Triumfetta rhomboidea
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Triumfetta rhomboidea
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Alternanthera sessilis
Rungia pectinata
Chrysopogon gryllus
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Alternanthera sessilis
Heteropogon contortus
Sida cordifolia
Alternanthera sessilis
Lantana camara
Heteropogon contortus
Sida cordifolia
Sida acuta
Sida cordifolia
Alternanthera sessilis
Hemidesmus indicus
Grewia hirsuta
Digitaria gracillima
Lagerstroemia parviflora
Sida cordifolia
Sida acuta
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Achyranthes aspera
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Sida acuta
Alternanthera sessilis
Grewia hirsuta
Digitaria gracillima
Sida acuta
Achyranthes aspera
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Cassia tora
Lantana camara
Digitaria gracillima
Cassia tora
Lantana camara
Lagerstroemia parviflora
Digitaria gracillima
Lantana camara
Chloroxylon swietenia
Cyperus rotundus
Digitaria gracillima
Lantana camara
Cyperus rotundus
Sida cordifolia
Digitaria gracillima
Elephantopus scaber
Digitaria gracillima
Evolvulus nummularius
Digitaria gracillima
Evolvulus nummularius
Digitaria gracillima
Evolvulus nummularius
Helicteres isora
Cassia tora
Ageratum conyzoides
Alternanthera sessilis
Cassia tora
Ageratum conyzoides
Lantana camara
Tectona grandis
Ageratum conyzoides
Tectona grandis
Alternanthera sessilis
Sida cordifolia
Ageratum conyzoides
Lantana camara
Tectona grandis
Lantana camara
Tectona grandis
Cassia tora
Oplismenus burmannii
Cynodon dactylon
Lantana camara
Cassia tora
Sida cordifolia
Lantana camara
Cassia tora
Oplismenus burmannii
Heteropogon contortus
Sida acuta
Elephantopus scaber
Cyperus rotundus
Lantana camara
Heteropogon contortus
Sida acuta
Cyperus rotundus
Sida cordifolia
Hyptis suaveolens
Randia dumetorum
Heteropogon contortus
Sida acuta
Cyperus rotundus
Hyptis suaveolens
Heteropogon contortus
Cyperus rotundus
Lantana camara
Digitaria gracillima
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Ventilago denticulata
Bauhinia variegata
Sida cordifolia
Bauhinia variegata
Triumfetta rhomboidea
Cassia fistula
Elephantopus scaber
Dichanthium annulatum
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Bauhinia variegata
Triumfetta rhomboidea
Atylosia scarabaeoides
Hemidesmus indicus
Sida cordifolia
Bauhinia variegata
Triumfetta rhomboidea
Dichanthium annulatum
Grewia hirsuta
Digitaria gracillima
Hemidesmus indicus
Ventilago denticulata
Vernonia cinerea
Sida cordifolia
Cyperus rotundus
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Cyperus rotundus
Hyptis suaveolens
Elephantopus scaber
Digitaria gracillima
Cyperus rotundus
Elephantopus scaber
Chloroxylon swietenia
Digitaria gracillima
Cyperus rotundus
Elephantopus scaber
Chloroxylon swietenia
Sida acuta
Triumfetta rhomboidea
Aegle marmelos
Hemidesmus indicus
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Hyptis suaveolens
Triumfetta rhomboidea
Hemidesmus indicus
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Hyptis suaveolens
Heteropogon contortus
Chloroxylon swietenia
Andrographis paniculata
Sida cordifolia
Terminalia latifolia
Hemidesmus indicus
Hyptis suaveolens
Heteropogon contortus
Andrographis paniculata
Phyllanthus emblica
Triumfetta rhomboidea
Hemidesmus indicus
Alternanthera sessilis
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Grewia hirsuta
Elephantopus scaber
Helicteres isora
Triumfetta rhomboidea
1. Bambusa arundinacea
Triumfetta rhomboidea
Achyranthes aspera
Digitaria gracillima
Hemidesmus indicus
Triumfetta rhomboidea
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Triumfetta rhomboidea
Digitaria gracillima
Sida cordifolia
Alternanthera sessilis
Rungia pectinata
Ground flora
1 Abelmoschus manihot
2 Acacia catechu
3 Achyranthes aspera
4 Adiantum incisum
5 Aegle marmelos
6 Ageratum conyzoides
7 Alternanthera sessilis
8 Amaranthus spinosus
9 Ampelocissus latifolia
10 Andrographis paniculata
11 Anogeissus latifolia
12 Anogeissus pendula
13 Apluda mutica
14 Aristida setacea
15 Asparagus racemosus
16 Atylosia scarabaeoides
17 Bauhinia vahlii
18 Biophytum reinwardtii
19 Bothriochloa pertusa
20 Butea monosperma
21 Cassia fistula
22 Cassia tora
23 Catunaregam spinosa
24 Chlorophytum borivilianum
25 Chloroxylon swietenia
26 Chrysopogon gryllus
27 Cilosia argentina
28 Cirsium arvense
29 Crotalaria pallida
30 Cucurbita texana
31 Curculigo orchioides
32 Cyperus rotundus
33 Cyperus triceps
34 Dactyloctenium aegyptium
35 Dendrocalamus strictus
36 Desmodium gangeticum
37 Desmodium triflorum
38 Dichanthium annulatum
39 Digitaria gracillima
40 Dioscorea bulbifera
41 Dioscorea daemona
42 Diospyros melanoxylon
43 Elephantopus scaber
44 Eragrostis tenella
45 Euphorbia hirta
46 Evolvulus alsinoides
47 Evolvulus nummularius
48 Gardenia latifolia
49 Gardenia lucida
50 Grewia hirsuta
51 Gymnema sylvestre
52 Helicteres isora
53 Hemidesmus indicus
54 Heteropogon contortus
55 Holarrhena antidysenterica
56 Hyptis suaveolens
57 Indigofera tinctoria
58 Ischaemum pilosum
59 Justicia quadrangularis
60 Lagerstroemia parviflora
61 Lantana camara
62 Malvastrum coromandelianum
63 Merremia emarginata
64 Naringi crenulata
65 Nicotiana plumbaginifolia
66 Oplismenus burmannii
67 Panicum repens
68 Pennisetum pedicellatum
69 Phoenix acaulis
70 Phyllanthus amarus
71 Phyllanthus emblica
72 Phyllanthus niruri
73 Pongamia pinnata
74 Randia spinosa
75 Rottboellia cochinchinensis
76 Rottboellia exaltata
77 Rungia pectinata
78 Setaria glauca
79 Sida acuta
80 Sida cordifolia
81 Sida rhombofolia
82 Smilax zeylanica
83 Tectona grandis
84 Terminalia arjuna
85 Terminalia tomentosa
86 Themeda triandra
87 Tribulus terrestris
88 Tridax procumbens
89 Triumfetta rhomboidea
90 Urginea indica
91 Ventilago denticulata
92 Vernonia cinerea
93 Woodfordia fruticosa
94 Wrightia tinctoria
95 Zizyphus xylopyrus
2 Acacia catechu
3 Achyranthes aspera
4 Adiantum incisum
5 Aegle marmelos
6 Ageratum conyzoides
7 Alternanthera sessilis
8 Amaranthus spinosus
9 Ampelocissus latifolia
10 Andrographis paniculata
11 Anogeissus latifolia
12 Anogeissus pendula
13 Apluda mutica
14 Aristida setacea
15 Asparagus racemosus
16 Atylosia scarabaeoides
17 Bauhinia vahlii
18 Biophytum reinwardtii
19 Bothriochloa pertusa
20 Butea monosperma
21 Cassia fistula
22 Cassia tora
23 Catunaregam spinosa
24 Chlorophytum borivilianum
25 Chloroxylon swietenia
26 Chrysopogon gryllus
27 Cilosia argentina
28 Cirsium arvense
29 Crotalaria pallida
30 Cucurbita texana
31 Curculigo orchioides
32 Cyperus rotundus
33 Cyperus triceps
34 Dactyloctenium aegyptium
35 Dendrocalamus strictus
36 Desmodium gangeticum
37 Desmodium triflorum
38 Dichanthium annulatum
39 Digitaria gracillima
40 Dioscorea bulbifera
41 Dioscorea daemona
42 Diospyros melanoxylon
43 Elephantopus scaber
44 Eragrostis tenella
45 Euphorbia hirta
46 Evolvulus alsinoides
47 Evolvulus nummularius
48 Gardenia latifolia
49 Gardenia lucida
50 Grewia hirsuta
51 Gymnema sylvestre
52 Helicteres isora
53 Hemidesmus indicus
54 Heteropogon contortus
55 Holarrhena antidysenterica
56 Hyptis suaveolens
57 Indigofera tinctoria
58 Ischaemum pilosum
59 Justicia quadrangularis
60 Lagerstroemia parviflora
61 Lantana camara
62 Malvastrum coromandelianum
63 Merremia emarginata
64 Naringi crenulata
65 Nicotiana plumbaginifolia
66 Oplismenus burmannii
67 Panicum repens
68 Pennisetum pedicellatum
69 Phoenix acaulis
70 Phyllanthus amarus
71 Phyllanthus emblica
72 Phyllanthus niruri
73 Pongamia pinnata
74 Randia spinosa
75 Rottboellia cochinchinensis
76 Rottboellia exaltata
77 Rungia pectinata
78 Setaria glauca
79 Sida acuta
80 Sida cordifolia
81 Sida rhombofolia
82 Smilax zeylanica
83 Tectona grandis
84 Terminalia arjuna
85 Terminalia tomentosa
86 Themeda triandra
87 Tribulus terrestris
88 Tridax procumbens
89 Triumfetta rhomboidea
90 Urginea indica
91 Ventilago denticulata
92 Vernonia cinerea
93 Woodfordia fruticosa
94 Wrightia tinctoria
95 Zizyphus xylopyrus
छात्रवासी मिलन समारोह "25 दिसंबर 2011"
छात्रवासी मिलन समारोह "25 दिसंबर 2011"
बहुत दिनों से ही हमारे हॉस्टल के सामने छात्रवासी मिलन समारोह की तैयारी जोर-तोर से चल रही थी| और वह दिन आ गया था, मै भी अपने गाने की तैयारी में लगा था|
इसके बाद जब 25 दिसंबर को यह कार्यक्रम हुआ, तो उसमें हमारे हॉस्टल के भूतपूर्व सीनियर आए और हमें सब हॉस्टल वासी से मिले तथा यह नजारा बहुत ही सुदंर था, जिसे देखकर ऐसा लग रहा था, मानो की बहुत दिनो बाद हम मिल रहें हो| आप लोग हॉस्टल देखने भी आए हमें बहुत ही अच्छा लगा | हमे भी अच्छा लगा जो नये लोगो से पहचान बना जो हमारे छात्रवासी सर से मिलकर बहुत ही खुशी की बात थी|
आज मै बहुत ही खुश था ,क्योकि मुझे गाना जो गाना था, इस प्रकार मैने पहली बार स्टेज मे गाना गाया यह मेरे लिए सबसे अच्छी खुशी की बात थी, कि में पहली बार स्टेज में गाना गा रहा हूँ , इसके बाद नास्ता ,नास्ता होने के बाद हमारे सीनियरो ने हमें जीवन संघर्ष से लड़ने के कुछ उध्देश्य बताए जो हमारे लिए अविष्मरणीय रहें , हम उनके सिध्दांतो को कभी भूल नही पाइंगें |
मैने जो गाना गाया था वो गाने के बोल थे
" दरदे दिल दरदे जिगर
दिल मै जगाया अपने
दरदे दिल दरदे जिगर
दिल मै जगाया अपने
पहले तो मै सायर था
आशिक बनाया आपने
दरदे दिल दरदे जिगर
दिल मै जगाया अपने
दिल मै जगाया अपने आपकी
मदहोस नजरे कर रही है सायरी .................
आप लोगो के वार्तालाप के बाद कुछ मस्ती की गई अर्थात गेम खेला गया, जो हाउस गेम के नाम से जाना जाता है| इस गेम को खेला गया इसके बाद अब हम खाना खाने गए तथा वहॉ पर विभिन्न प्रकार की भोजन को ग्रहण किया | तथा फिर क्रिकेट मैच का भी आनंद उठाया तथा फिर आकर मिलन समारोह में एक सिंगर के दवारा गाये गीत पर बहुत डांस किए यह भी हमारे लिए बहुत ही अच्छा दिन रहा, मुझे उसमें एक गेम में बहुत हंसी आई जिसमें हमारे सीनियर ने कहा कि जिसके मौजे फटे हो वो सबसे से पहले आए तो हमारे हॉस्टल बैच के भाई गया तो हम बहुत हंसे क्योकि , सर उन्हें कहा कि क्यो भाई मोजे भी नही खरीद सकते जो हमारे हॉस्टल भाईयो की ऐसी हालत हो गया है, कहा तब तो हम लोग हम सब हमारे बैच मैट साथ-साथ बहुत हंसा और गेम होते रहे , िजनमे एक गेम जिसमे कहा गया कि अपनी गर्लफ्रेड की फोटो जो अपनी पर्स मे रखा हो उसके लिए यह प्रतियोगिता थी | इसके बाद हम लोगो ने जगह- जगह फोटो खिचवाया और वह एलबम भी देखा जो हमने 25 दिसंबर 2010 को भेड़ाघाट के मिलन समारोह में खिचवाया था| हम सभी की फोटो वहॉ पर भी सुदंर थी | इस प्रकार हमने स्टालो की ओर बढ़ा और चाय काफी के साथ ही हमने चाइनीज का भी मजा लिया चाट- फुलकी की तो बात ही छोड़ दो इस प्रकार हमने अपने दिन को बहुत ही खूब आनंद के साथ इंजोए किया, यह दिन भी हमारे लिए यादगार पल था जो हमारे हॉस्टल के सामने यह कार्यक्रम हुआ था | इसमे हमारे कॉलेज के हॉस्टल के भूतपूर्व सीनियर सर ने भी भाग लिया था| तथा हमारे कुछ शिक्षक भी सामिल हुए ,
जया बाजपेयी मम
गौर मम
ज्योति श्रीवास्मतव मम तो हमारे हॉस्टल के सामने रहती है,
इस कार्यक्रम को मै कभी भूल नही पाऊंगा , तथा कार्यक्रम समाप्त होने के बाद हम हॉस्टल आ गये और परीक्षा की तायारी करने लगें|
सेकेंडीयर ( दितीय वरष ) छात्रावास
सेकेंडीयर ( दितीय वरष ) छात्रावास
छात्रावास मै रहना सौभागय की बात है, कयोकि यहॉ रहना व रह कर पढ़ाई करना एक कैमप की तरह ही है , जिस प्रकार हमें उसमें कुछ नियम व कानून की जानकारी प्रापत होती है, उसी प्रकार छात्रावास में भी हमें कुछ प्रापत होता है| अत: हमें यहॉ रह कर पूरी दुनिया की दुनिया दारी की जानकारी प्रापत हो जाती है , इसी के साथ ही जीवन जीने की प्रक्रिया का प्रारूप प्रापत हो जाता है| जिस प्रकार आरूणि ने अपने गुरूओ के पास आश्रम (छात्रावास) में रहकर विधया अधययन किया और एक महान वयकित के रूप में विखयात हुआ, अत: हमें हमारे सीनियरों से कुछ सहायता प्रापत होती है, इसी के कारण हम कुछ कर पाते है| व हमारे मारग दरशक होने में सबसे महतवपूरण भूमिका अदा करतें है|
इसलिए छात्रावास में रहना चाहिए , छात्रावास में कोई गरीब, तो कोई अमीर , तो कोई दिवयांग छात्रावास में आते है, सभी प्रकार के लोग रहतें है| उनके साथ मिलजुल कर रहना व खाना - पीना उठना व पढ़ाई करना कितना अचछा लगता है, और कौन बोलता है ? कि छात्रावास में पढ़ाई नही होती है, यहाँ तो पढ़ाई के साथ- साथ छात्रों को मानसिक विकास होता है , जेसे मेरा हुआ, मै कभी डायरी नही लिखता था , लेकिन यहाँ के मेरे सीनियर सर लोगों की प्रेरणा से में डायरी लिखना सीख गया , धनयवाद ! छात्रावासी सीनियर सर को
छात्रावास की यह सोंधी- सोंधी , खटटा- मीठा का यह अहसास तब होता है ,जब हम सब बाहर इस छात्रावास को छोड़कर जाने लगतें है, यह अहसास मेने अपने सीनियर सर में देखा, तब मुझे यह अहसास हुआ कि कितना मीठा आनंद के पल होता है, कोई दूसरे सटेट् से आता है , तो कोई छोटे से गॉव से ,तो कोई बडे शहर से सब लोग जब एक साथ मिलतें है, तो एक नये विचार का उदगम् होता है, अत: हमें छात्रावास में रहने की प्रेरणा सभी छात्र को देनी चाहिए , हमारे छात्रावास में बडे़ भाई हमें अपनें घर की याद का अहसास तक होने नही देंते है, कयोकि यहॉ सभी का पयार व सनेह मिलता है, इतना ही नही बलिक यहॉ पर जिस प्रकार हम घरों में तयौहार मनातें है , उससे से अचछा हम यहॉ मनातें है, इनही तयौहारो में हम मिलजुल कर मनाते है, इनही तयौहारो में से एक है , Hostel Day 24/02/2011
हम इस दिन की तैयारी के लिए बड़ी जोर-तोड़ से तैयारी करतें है, जिससे हमें कुछ कारयक्रम भी प्रसतुत करना रहता है, इस प्रकार हम सभी कॉलेज के प्रोफेसर , प्राचारया , करमचारी और हमारे सभी मित्रों को भी आमंत्रित करतें है, वह दिन कितना सुनदर लगता है, मै अपने कलमों से भी नही लिख सकता हूँ|
इस प्रकार हम सभी तयौहार बड़े ही उललास सें मनाते है, जिनमें इकादशी भी है हम सब लोग मिलकर बड़ी धूम-धाम से मनाते है, मिठाई- फटाखे फोड़ते है, कितना सुदंर लगता है, व हॉसटल के दवार पर चारो ओर केंडिल लाईट जलातें है|
एक दूसरें को प्रेम बॉटते हुए हम सब कितना खुश रहते है, यह सब भगवान देखता होगा कि हम कितना घुलमिल रहते है, व खाने में सभी प्रकार के कुछ मिठाई जितना हमारें बेच मे हो सके वो तैयारी , भरपूर करने की कोशिश करते है , खाने में विभिनन प्रकार की सामग्री बनवाते है, जिससे उस दिन और आनंद व मनोरमय दिन बन जाए, व हम उन दिनो को कभी भूल न पाए अतः जीवन में जीना है , तो खुल के जीवों व जीने दो ,इस दुनिया में पयार सें बड़कर और कोई चीज है ही नही है , अतः पयार दोगे तो सममान व पयार पयोगें अतः सभी सममान पूरवक रहे तथा पयार व सनेह बॉटे यही मेरी मनोकामना है , भगवान से और हॉसटल लाईफ जीने की कामना जरूर करे ,यह जीवन का अदभुत मंत्र है, कुछ पाना है, तो कुछ तो खोना पड़ता है, अतः हमें अपने कैरियर के प्रति तयाग करना जरूरी है|
परीक्षा और क्रिकेट
Very Happy दिनॉक 8/12/2011
आज मै सुबह से ही खुश नजर आ रहा था, कयोकि आज का दिन न जाने मेरे लिए कितना खास था , मैने प्रतिदिन की तरह ही अपने दैनिक कारय सम्पन्न की इसके बाद में नहाने चला गया ,नहा कर अाने के बाद तैयार होकर खाना खाने के लिए मैस हॉल मै गया, वहा पर भी बड़े उत्साहित ढंग से खाना खाया इसके बाद में रात को पढ़ा हुआ प्रश्नो का उत्तर का फिर से रिवीजन किया ,इसके बाद मे पेपर देने कॉलेज के रास्ते से जा ही रहा था कि हमारे मॉडल सांइस कॉलेज के ग्राऊण्ड के सामने एक मारूति कार मैन रोड से गुजर रही थी , अचानक ही एकाएक वह मेरे ओर आ पहुँची मै घबरा गया , इसके बाद वह ड्राईवर मारूति को संभालते हुए सही रास्ते मे ले आया तब जाके ,मुझे अपने जान मै जान आई , तथा मै पेपर देने जा रहा था, परीक्षा हॉल में पहुचने से पहले दोस्तो से मिला , इसके बाद में रोल नंबर का अवलोकन किया व बैठक व्यवस्था नंबर का भी अवलोकन किया , तथा परीक्षा हाल में जाकर सबसें पहलें बैठ गया क्योंकि यह मेरे आनंद का खुशी का पल था | कि में सबसे पहले आकर वहॉ बैठ गया , बैठने के बाद मुझें उत्तर शीट व प्रश्न पेपर दिया गया | इसके बाद मैने पेपर के उत्तर लिखना चालू कर दिया, मेरा पेपर अच्छा गया|
पेपर देने के बाद जब मै आ रहा था तो अचानक मेरे सामने एकाएक मॉडल सांईस कॉलेज की परीक्षा नियंत्रक श्रीमति शिखा सक्सेना मेम आ गई तो मेने उनके चरणो को स्पर्स किया और उन्हें प्रणाम किया , इसके बाद मेम ने मुझसें परीक्षा के बारे में भी पूछा ,मुझें बहुत ही अच्छा लगा मुझें कि मेम मुझसें पूछा इसलिए , इसके बाद में कॉलेज की पहली मंजिल से उतर कर नीचे पोर्च में आया व यहॉ पर दोस्तो सें मिलने के बाद में सीधे हॉस्टल की ओर चल दिया
फिर हॉस्टल आकर देखा कि यहा तो सभी मिल कर मैच देखने में लगे है फिर क्या मे भी मैच का आनंद उठाने लगा , इसके बाद मे भी जोर-जोर से चिल्लाते हुए मैंच देखने का मजा उठाने लगा ,मैच मे सहवाग व गंभीर दोनो की पारी को देखकर ऐसा लग रहा था, मानों टीम 400 Run के ऊपर ही स्कोर जायेगा , देखते ही देखते रन का अंबार टूट पड़ा , क्योकि रन उत्पादन मशीन जो चलने लगी थी , देखते ही देखते ३०० रन का ऑकड़ा पार कर गया व इनकी पारी को देखते ऐसा लग रहा था , मानो ये टीम में सेट हो चुके है, फिर क्या हुआ अचानक ही गंभीर दुरभाग्य पूर्ण 67 रन के निजी स्कोर पर व 67 बाल पर रन आऊट हो गये ,इसके बाद भी सहवाग ने रन बनाना जारी रखे , थोड़ी देर बाद मै क्या देखता हूँ कि श्रीमान वीरेन्द्र सहवाग १०० रन बना चुके थें | और रन बनाते ही वे १५० रन भी बना लिया फिर मै क्या देखता हूँ कि उन्होने तो 200 रन बना लिये और इसी के साथ ही श्रीमान सचिन तेंदुलकर का रिकार्ड तोड़ दिया , जिसे सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर स्टेडियम मेजर रूपचंद्र स्टेडियम में 2010 मे बनाया था , यह रिकार्ड भी हम मैच देख रहे थे तभी ही तोड़ दिया, जिसमे सहवाग ने 218 रन बना लिया ,यह इनका विश्व रिकार्ड हो गया वर्ष 2011 दिसंबर था जो इनका बेस्ट स्कोर हो गया , जो सहवाग ने इसे इंदोर के जाने माने होल्कर स्टेड्यम में यह इतिहास रच दिया था जिनमें २५ चौके ७ छक्के सामिल थे , फिर सहवाग के आऊट होने के बाद ही लगातार नए प्लेयर आए और वे भी सहवाग की तरह खेल गए वा रन का स्कोर 418 Run पहुँचा दिया|
मेरे लिए तो अत्यंत रोमांच मैच था, मे इस मैच को स्टेडियम मे देख नही पाया जबकि यह मैच इंदौर मै हो रहा था , और मै जबलपुर मे रहते हुए भी इंदौर नही जा सका और होल्कर स्टेडियम में यह नजारा देखने नही पहुँचा, लेकिन कोई बात नही हॉस्टल छात्रों के साथ भी मैच देखकर उत्साह का मजा लिया मैने आज तक विश्व रिकार्ड वाला मैच नही देखा था , लेकिन आज का दिन देख लिया , अब मैच का स्कोर 418 रन ( ४७ चौके व ७ छक्के ) की मदद् से बना यह स्कोर वेस्टइंडीज के लिए रखा गया है, देखो क्या करती है? वेस्टइंडीज टीम !
अब मै फिर से मैच देखने जा रहा हूँ अभी टाईम हुआ 08:05 PM है
आखिर कार भारत यह मैच जीत गया व दस लाख का चेक श्रीमान वीरेन्द्र सहवाग को मिला व वे मैन ऑफ दा मैच चुने गये यह अबतक का इंडिया का सबसे ज्यादा हाइस्कोर है 418-5
मेरी डायरी
आज में बहुत खुश नजर आ रहा था , कया मालूम लेकिन इतना मालूम था, कि आज ११/११/११ है , सायद इसलिए में खुश नजर आ रहा था | कयों नही आज का दिन ही ऐसा था कयों न खुश नजर आए|
आज मै बहुत खुश नजर आ रहा था , सुबह से ही मेरे सवाभाव मे खुशी की लहर मंडरा रही थी , मैने सुबह का समाचार पत्र पढ़ा तो मेरे मन में और भी नई अनूभूति हुई इसी के साथ ही मे सुबह-सुबह , ठंडे-ठंडे पानी से नहाया व तैयार होकर जब अंग्रेजी कक्षा के लिए काँलेज गया ,तो मेरे अंग्रेजी कक्षा के शिक्षक श्री के. के. शरमा सर ने तो हमे और भी उतसाहित कर दिया कयोकि वे हमें अपने जीवन के लिए कुछ कर गुजर जीने लायक लेकचर दिये | वह भी आज का दिन यादगार बन गया , और कालेज मे मैने अपने सेशनल भी दिया, तो वह भी मेरे अनुरूप गया , तथा मेरा सेशनल हो गया ,इसके बाद मे कॉलेज में पोरच में आया व वहॉ से दोसतो के साथ घूमते हुये ,और खूब मौज मसती करते हुए हम कॉलेज कैंपस से लेकर कई जगहो पर फोटो खिचवाया | इसके बाद हम हॉसटल आ गये |
आज मै बहुत खुश नजर आ रहा था , सुबह से ही मेरे सवाभाव मे खुशी की लहर मंडरा रही थी , मैने सुबह का समाचार पत्र पढ़ा तो मेरे मन में और भी नई अनूभूति हुई इसी के साथ ही मे सुबह-सुबह , ठंडे-ठंडे पानी से नहाया व तैयार होकर जब अंग्रेजी कक्षा के लिए काँलेज गया ,तो मेरे अंग्रेजी कक्षा के शिक्षक श्री के. के. शरमा सर ने तो हमे और भी उतसाहित कर दिया कयोकि वे हमें अपने जीवन के लिए कुछ कर गुजर जीने लायक लेकचर दिये | वह भी आज का दिन यादगार बन गया , और कालेज मे मैने अपने सेशनल भी दिया, तो वह भी मेरे अनुरूप गया , तथा मेरा सेशनल हो गया ,इसके बाद मे कॉलेज में पोरच में आया व वहॉ से दोसतो के साथ घूमते हुये ,और खूब मौज मसती करते हुए हम कॉलेज कैंपस से लेकर कई जगहो पर फोटो खिचवाया | इसके बाद हम हॉसटल आ गये |
तीसरी परेड २०/११/२०११
आज का दिन बहुत दुखदायी परेड रहा | मै अपने बहुत जयादा शबदो मे कह नही सकता कि इतना ड्रिल कराया कि सभी पिछले दिनों की ड्रिल की भरपाई एक साथ आज ही करा दिए , हमारे सीनियर ने सबसे अचछी बात यह थी कि उनहोने बहुत ही अचछे ढंग से हमे कामांड सिखाये तथा हमनें इन कामांडो को बहुत ही सरलता से अनुसरण किया , इसके बाद हमें विश्राम मिला , पानी पीने के बाद हमने फिर से तीन- तीन की फाईल में लाईन लगाकर फिर से हमें मधय कदम ताल चलना सिखाया , इसके बाद हमें उसी समय हमारे ANO सर ने कुछ सफलता पाने के अचछे रहसय बताए , में हमारे लिए अतयनत महतवपूरण रहा | तथा NCC के महतव को हमें पहचान कराई , यह हमारे लिए अतयंत ही आनंद मय रहा | ये हमें सफलता में आवशयकता है, इसके बाद कक्षा में सर ने Communication skills & SMS, internet information के बारे में बताया etc. इसके बाद नासता होने के बाद हम सब लोग अपने - अपने घर चले गये तथा मै अपना हॉसटल आ गया , यह दिन भी मुझे यादगार बन गया तथा मुझें बहुत ही अचछा लगा|
Established in since 1948 for NCC
दूसरी परेड १३/११/२०११
आज का दिन भी अचछा रहा था , इस दिन भी हमने बहुत ही अचछा महसूस किया , तथा अचछे ड्रिल किया | सीनियर सर के आदेशो का पालन किया , इनके आदेश के कामांडो को अनुशरण करते हुए , हमने ड्रिल व मारच पासट सीखा , इसके बाद हमें रेगुलर ड्रिल कराते गए, हमारे लिए कोई ब्रेकअप नही मिला ,जबकि अलग बटालियन को मिला हमने अपने उसताज से कहा कि सर हमें विश्राम देने की कृपा करे , तो उनहोने हमें विश्राम भी दे दिया , ततपसचात विश्राम के साथ ही हमे प्रतयेक को चुटकुले व शायरी बोलकर सुनाये तथा सभी बहुत खुश व फ्रेश हो जाए इस उदेशय से मनोरंजन किया | इसके बाद पानी पीकर हमने फिर मारच पासट किया , सीनियर के बाद उसताज ने हमें कुछ अचछा बताया , NCC के नियम व कानून तथा परीक्षा की प्रक्रिया को समझाया , इसके बाद हमारे मारच पासट समापत होने के बाद हमें लाइन अप होकर नासतें का वितरण किया गया व नासता खाकर हम लोग हॉसटल की ओर चल दिये|
एन॰सी॰सी कैडिट कोर नंबर 59822
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