Tuesday, 5 May 2020

30 first 2011

 30 फस्ट की तैयारी हमारी जोर-तोड़ से चल रही थी , कि अचानक ही हमें पता चला कि हमें आज DG में डांस करने को मिलेगा, यह खुशी हमारे दिलो दिमाग में एक रोमंच पैदा करने वाली थी , अतः हम सब सुबह से ही नहा धोकर तैयार हो खाना सभी सीनियरों जूनीयर्स के साथ मिलकर खाया तथा हमें अपने सीनियरो के प्यार ये हम ऊत्साहित होकर हमने अपने कार्यक्रम को सही ढंग से इंजोए किया | दोपहर से ही हमने कार्यक्रम की तैयारी की तथा कुछ अच्छे पकवान बनवाने का आर्डर किया जो हमारे जूनीयरों के लिए बहुत रोमांच पैदा करने वाला था| जब शाम हुआ तो हमे 2011 को अलिवदा होने का दुःख हुआ फिर हम सब फिर सभी लोग मिलकर बनाई मिठाईओ का स्वादन किया | इसके बाद हमने DG के चालू होने का इंतजार था कि DG साऊण्ड चालू हो और हम सभी मिलकर डांस करे फिर हम सभी मिलकर डांस करने लगें डिस्को लाईट के ऊपर हम सभी डांस करने लगे , सभी सीनियरस और जूनियर के साथ मिलकर डांस करने लगे , हमने कई गानो में डांस किया|
फिर हम सभी नाचतें हुए , बारिस का मजा भी लिया क्योकि उसी समय बारिस की बूदों मे डांस करना अत्यंत ही रोमांच था| फिर सुपर सीनियरो के आने पर हम सभी उनसे मिले व अपनी खुशी जाहिर कि हम कितने खुश नजर आ रहें |
कुछ समय बाद हमारे अन्य सीनियर जो होस्टल छोड़ कर चले गए है, उनका आगमन हुआ, हमने उनके साथ खूब वार्तालाप किया ,तथा वे हमे अपनी हमारी जिंदगी के कुछ पहलुओ के बारे मे बताया , इस प्रकार हमे उन्होने बताया कि जिदंगी मे कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है , इस प्रकार हमें वे ज्ञान वर्धक बातो को अवलोकन कराया ,हमे उन्होने कहॉ कि जो कुछ भी करना हो तो बस वो अपनी छोटी सी नीव मे पैर रखकर ही सोचना है , व उस पथ पर कार्य पर भरसंभव प्रयास करते हुए कठिन परिश्रम करना है,
तथा हमे अपने इंजॉए पूर्ण हॉस्टल लाईफ को नजर अंदाज करते हुए अपने लक्ष्य़ की ओर अग्रसर होना है, अन्यथा मे अपने लक्ष्य मे ये बाधा उत्पन्न होती है, इनका सबका खामिया बाद मे भुगतना पड़, सकता है , अतः हमे जीवन मे सफल होने के लिए कुछ पहलुओ को अस्वीकार करना ही पड़ता है , अतः हमे ऊन पहलुओ से दूर रह कर अपनी मंजिल की ओर अग्रसर होना है, यह सब बताया हमारे सीनियरो ने तथा इसके साथ ही उन्होने कहा कि कठिन परिश्रम ही सफलता की कुंजी है , अतः अपनी पूरी पढ़ाई जी जोर से करना की प्रेरणादायक प्रेरणा दी|
और कहा कि अपने गॉव नगर का नाम रोसन करने को कहा कि जो तुम जहॉ से आए हो , वहॉ से अपने माता- पिता के सपनो को सकार करने आए हो तो पूर्ण करे यह अभिभाषण दिया थे , यह अच्छा लगा हम इसका अनुसरण पूर्ण ईमानदारी और लगन से करने की कोशिश करेगे | इसके बाद वो श्रीमान चले गए , फिर हमने 12 बजने को 20 मिनिट बाकी था, उन्ही मिनट मे फिर डांस किया तथा इसका आनंन्द उठाया|

12 बजे फिर हम सब मिलकर 2011 को अलविदा और 2012 का स्वागत किया ,हम सब फिर 2012 का केक काटा तथा खूब केक खाया , इस प्रकार हमे केक खाते वक्त बहुत केक चेहरे मे लगाया तथा मिठाई खाने के बाद हमने फिर धुर्वे सर का जन्म दिवस भी धूम धाम से मनाया, इसके बाद पूरे हॉस्टल मे गूँज उठा तथा हम सब मिलकर निचे पोर्च मे बम -फटाखे फोड़ने का खूब मजा लिया इस प्रकार हम सब मिलकर आकाश फठाखो को भी खूब आनंद उठाया , इसके बाद फिर हम सबने खूब डांस किया ,अचानक एक फटाखा हम सब लोग जहॉ नाच रहे थे वही आकर फूटा हम तो दंग रह गए कि हमारे बीच मे ये क्या हो गया , इसके बाद हम सब भाई गले मिलकर बधाई दी और 2011 को अलविदा किया ,लेकिन मेरे मन मस्तिष्क मे कुछ चलचित्र हो रहे है जो इस प्रकार है
चलचित्र मे 2011 की कुछ स्मरणीय तथ्य ज्ञात है जो कुछ मे यहॉ बता रहा हूँ |

मुझे 2011 का स्मरणीय पल मै कभी नही भूल पाऊँगा क्योकि ये मेरे दिलो दिमाग मे चलचित्र हो रहे है, इसी सत्र मे आधार प्रमाण पत्र का कार्यक्रम चालू हुआ था, तथा हॉस्टल डे भी अच्छा रहा था, तथा NCC यूनिट मे मेने प्रवेश लिया था , तथा दिल्ली मे आयोजित गेमस मे इस साल ढेरो सारी स्वर्ण पदक प्राप्त हुए थे | तथा हॉकी मे भी हमारी टीम ने बाजी मारी थी जिसमे एशियन शीप जीता था, इसी समय जनगणना का कार्यक्रम चालू था तथा स्वास्थ जनगणना भी चालू था, हमने हॉस्टल गेम भी हमारी ग्रप टीम-C ने मैच जीता था|

तथा मैने पहली बार साइंस कॉलेज मे अपना भाषण दिया था इसी सत्र मे साइना नेहलवाल ने विश्व मे दिव्तीय स्थान पर वरीयता प्राप्त की थी , मैने पहली बार दूसरे जगहो पर की यात्रा की थी , भोपाल , जबलपुर , कटनी, उमरिया, इटारसी ,छिन्दवारा, बालाघाट , सिवनी , मानपुर, इत्यादि, जगहो पर मे घूमने गया था तथा मैने मानपुर स्थित छोटी घाटी डोंगरी गया , वहॉ पर मैने मन्त मांगा था जो वह पूरा नही हुआ, मध्यप्रदेश 56 वी स्थापना दिवस थी , इसी समय मैने अपने मैसे में दोस्त किया था मैसेज कि 09/02/2011 अच्छा मुहरत है, नौ दो ग्यारह हो जाओ


इसी मे भारत सरकार ने गोल्ड कॉइन कॉलर के सिक्के प्रदान किए थे तथा मैने पहले ही वर्ष में वेटनरी साइंस मे PMT दव्रारा सेलेक्शन हो गया था, मैने पहली बार मोटर साइकिल चलाया था , लेकिन बुरी तरह गिरा था|
मैने पहली बार बडी लाइन मे यात्रा 2010 मे ही की थी , जबलपुर गोपाल की यात्रा की थी मै 2010 से ही बाहर आकर प्रेरणा लेकर डायरी लेखन का कार्यक्रम प्रारंभ किया |
2010 मे व 2011 मे ही स्टेट लेवल कर दिया गया था , तथा 2010 मे ही मैने बालाघाट जिला मे भ्रमण किया तथा वहॉ होने वाले दु्र्गा महोत्सव का आनन्द उठाया था, तथा वहॉ पर लगे डेकोरोशन व मेले का बहुत ही मजा उठाया था, तथा हमारे गॉव मे 2011 मे पहली बार दु्र्गा महोत्सव का आयोजन किया गया था जो मुझे बहुत अच्छा लगा था , तथा 2010 मे मैने रोजगार कार्यलय मे पंजीयन कराने के लिए मण्डला गया था |
वह पल भी मुझे बहुत अच्छा लगता है, जब मे बस मे सफर कर रहा था, तथा मैने पहली बार अपना बर्थ डे मनाया था , जो मुझे यह अवसर केवल हॉस्टल मै मिला था, तथा यह अवसर भी प्राप्त हुआ जब कॉलेज का चुनाव हुआ था तो तब हमारे हॉस्टल सीनियर को ही प्रीसीडेन्ट चुना गया, तथा ऑल मेंबर हमारे हॉस्टल से ही थे तथा यह दिन भी मुझे बहुत अच्छी तरह याद रहेगा , जब हमने वल्ड कप फानल के दिन जिस दिन भारत का मैच श्रीलंका से था उस दिन हम सब हॉस्टल वासी तिरंगे का टेटू बनवा कर कॉलेज मे भी इसका समर्थन किया था , यह दिन भी मुझे बहुत याद आता रहेगा, तथा रात को फाइनल मैच जीतने के बाद हमने बहुत ही जीत का आनंद उठाया था, तथा यह दिन भी मै नही भूल पाऊँगा कि जब मै हमारे मध्यप्रदेश के गॉवर्नर के हाथो से टैलेन्ट हन्ट का पुरूस्कार प्राप्त किया था|
 तथा 2010 मे ही ऑस्कर आवार्ड विजेता ए, आर रहमान को मिला था , तथा यह पल भी मे नही भूल पाऊँगा जब पहली बार मुझे प्रसिध्द धुंआधार , जलप्रपात का नजारा द्खने को मिला था , यह सब 2011 व मे छात्रावासी मिलन समारोह के अवसर पर प्राप्त हुआ था|
2010 मे सचिन तेंदुलकर ने 200 रन बनाने का कीर्तिमान अपने नाम किया था , तथा वे पहले बल्लेबाज है जो २०० रन बनाने का नाम उन पर है , तथा २०११ मे भी हमारे हॉस्टल के सामने हॉस्टल के सभी छात्रो ने छात्रावासी मिलन समारोह का आयोजन किया था| २५ दिसम्बर को किया था , तथा २०११ मे ही यह लोजिक नंबर अच्छे थे ११/११/११ देखने को मिला | तथा इस दिन हमने बहुत इंजोए किया था तथा सचिन के २०११ मे ही १५००० रन व अंतरास्ट्रीय १०० वॉ सतक नरवस नाइंटी मे आकर रूका था तथा ११/११/११ मे रेलवे से सी एम आये थे जबलपुर ..........

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